शिमला। हिमाचल प्रदेश के नाहन से 40 किलोमीटर दूर सराहां में एक आदमी को गाय की तस्करी करने के शक में भीड़ ने पीट- पीटकर मार डाला। जानकारी के अनुसार बुधवार की तड़के कथित रूप से कुछ हिन्दू संगठन (बजरंग दल के गो रक्षा दल पर शक) के सदस्यों ने गाय की तस्करी के शक में एक ट्रक को रोका जिसमें गाय और बैल काफी बुरे हाल में पाए गए। इस अवैध तस्करी के मामले में लोगों ने ट्रक के ड्राइवर और उसमें सवार चार अन्य लोगों को खदेड़कर पीटना शुरू कर दिया।
पुलिस के अनुसार ट्रक में सवार पांचों लोग उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं और सभी मुस्लिम समुदाय से हैं। बताया जाता है कि ट्रक में गाय और बैल को कथित रूप से बूचड़खाने की ओर ले जाया जा रहा था। इस पर कुछ लोगों के साथ दल के सदस्यों ने ड्राइवर और उसमें सवार अन्य चार लोगों को पीटना शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार ट्रक में सवार पांचों व्यक्ति मौके से भागने में कामयाब हो गए। उनमें से पुलिस ने चार लोगों को दोपहर में घायल अवस्था में पकड़ा और इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस का कहना है कि ट्रक का ड्राइवर नौमान उसी दिन शाम को मिला जो काफी गंभीर हालत में था। उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
इलाके के एसपी सिरमौर सौम्य संभाविशन ने कहा है कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस जांच कर रही है कि इस मामले में किस संगठन की भूमिका है। मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का पुलिस इंतजार कर रही है। उनका मानना है कि नौमान की मौत भीतरी चोट की वजह से हुई। संभव है कि जब वह भाग रहा था तो किसी पेड़ से टकरा गया। साथ ही उनका कहना है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि उसे भीड़ ने बुरी तरह पीटा था। एसपी का कहना है कि वह बाकी चार घायलों से पूछताछ कर रहे हैं। संभावित हमलावरों की तस्वीरें दिखाकर पहचान की कोशिश की जा रही है।
पुलिस ने कहा कि चारों घायलों पर गाय तस्करी का केस दर्ज कर लिया गया है। उनको गिरफ्तार कर लिया गया है। हमलावरों में से किसी की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि इससे पहले राजधानी दिल्ली से सटे दादरी के बिसाहड़ा गांव में बीफ खाने और रखने की अफवाह पर भीड़ ने मोहम्मद अखलाक को पीटकर मार डाला था। गुरुवार को इस वारदात को 'गलत' और 'गलतफहमी का नतीजा' बताते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'मुस्लिम इस देश में रह सकते हैं, लेकिन उन्हें बीफ खाना छोड़ना होगा, क्योंकि गाय यहां विश्वास और आस्था से जुड़ी है।' बाद में अपने इस बयान पर विवाद उठने के बाद सीएम खट्टर ने कहा कि अखबार ने उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया। सीएम खट्टर ने साथ ही कहा - अगर मेरे किसी भी शब्द से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं खेद जताने को तैयार हूं।
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