बारगढ़ (ओडिशा)। ओडिशा में 'किसान बचाओ पदयात्रा' की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों के लिए 'अच्छे दिन' कब आएंगे। राजग सरकार के सुधार एजेंडे में 'रोड़े अटकाने' के लिए कांग्रेस को आज मोदी द्वारा निशाने पर लिए जाने के लिए प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राजग सरकार के आने के बाद हताश किसानों द्वारा आत्महत्या करने के मामलों में 'काफी' वृद्धि हुई है और उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। कांग्रेस नेता ने मोदी पर 'सूट-बूट की सरकार' वाला तंज फिर कसा और कहा कि वह केवल 'दो तीन चुनिंदा' कारपोरेट लोगों के हितों के लिए काम करती है।
राहुल गांधी ने इस बात को रेखांकित किया कि संप्रग सरकार के शासनकाल में 70 हजार करोड़ रुपये के किसानों के ऋण माफ किए गए थे। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई, उर्वरक और अन्य उपकरणों की जरूरत है ताकि वे सही तरीके से फसल उगा सकें। उन्होंने कहा, लेकिन राजग सरकार उनकी जरूरतों पर बहुत कम ध्यान दे रही है और किसान अब पूछ रहे हैं कि 'अच्छे दिन' कब आएंगे जिनका वर्ष 2014 के आम चुनाव से पहले मोदी ने उनसे वादा किया था। उन्होंने कहा, 'किसानों के लिए अच्छे दिन कब आएंगे।' राहुल गांधी ने कहा, 'उन्होंने (मोदी) वादे किए थे। वादे करने में संभवत: उनसे बेहतर कोई नहीं है लेकिन वह एक भी वादा पूरा करने में विफल रहे हैं।' पश्चिमी ओडिशा के इस जिले के देबहाल में 'किसान बचाओ पदयात्रा' की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'भाजपा की अगुवाई वाला राजग गरीब किसानों की बेशकीमती जमीन छीनकर उनकी राय जाने बिना उन्हें विस्थापित करना चाहता है। केंद्र किसानों की जमीन कारपोरेट को सौंपना चाहती है।' कांग्रेस उपाध्यक्ष ने हाल ही में बेहद गरीबी के कारण आत्महत्या करने वाले सनांद कथार के परिजनों से मुलाकात के बाद अपनी पदयात्रा शुरू की।
राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि किसानों की आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं क्योंकि राजग सत्ता में आने के बाद से उनकी अनदेखी कर रहा है। कांग्रेस की अगुवाई वाली संप्रग सरकार द्वारा किसानों के कल्याण और प्रगति के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों को रद्द करने का केंद्र पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए काम किया और वह जो भूमि अधिग्रहण व्यवस्था लेकर आई थी उसमें पर्याप्त मुआवजा उपलब्ध कराया गया था। राहुल गांधी ने कहा कि संप्रग सरकार ने किसानों से सलाह मशविरा करने के बाद ही भूमि अधिग्रहण कानून बनाया था लेकिन भाजपा किसानों की राय जाने बिना उनसे जमीन छीनने पर तुल गई और इस मकसद के लिए दो बार अध्यादेश लाया गया। राहुल गांधी ने कहा कि जमीन देने वाले किसानों के लिए हमेशा कांग्रेस ने बाजार दर पर पर्याप्त मुआवजा दिए जाने का पक्ष लिया। उन्होंने साथ ही कहा कि अधिग्रहीत की जाने वाली जमीन से जुड़े मजदूरों को भी उचित तरीके से मुआवजा दिया जाना चाहिए लेकिन भाजपा इसके खिलाफ थी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को निशाने पर लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पटनायक प्रधानमंत्री से अलग नहीं हैं और दोनों 'मित्र' हैं। राहुल गांधी ने कहा कि दोनों को यह अहसास होना चाहिए कि दबे कुचलों की आवाज को ज्यादा समय तक दबाया नहीं जा सकता। किसानों को देश की रीढ़ बताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को उनके हितों की रक्षा के लिए काम करना चाहिए क्योंकि वे 24घंटे काम कर लोगों का पेट भरते हैं। लेकिन भाजपा सरकार कोई किसान हितैषी काम नहीं कर रही है। इसके विपरीत वह उन्हें उनकी जड़ों से उखाड़ने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ओडिशा के दो दिवसीय दौरे पर हैं जहां पार्टी पिछले 15 साल से सत्ता से बाहर है। भ्रष्टाचार पर भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले और ललित मोदी प्रकरण को लेकर चुप हैं जिसमें क्रमश: राजस्थान की मुख्यमंत्री और विदेश मंत्री का नाम जुड़ा हुआ है।
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