इमामगंज (बिहार)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और 'हम' पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने विधानसभा चुनाव से पहले एक ऐसा बयान दे दिया है, जिस पर विवाद हो सकता है। इममागंज से नामांकन भरने पहुंचे मांझी ने कहा कि अगर बहू-बेटी की इज्जत के लिए और ज्यादती के खिलाफ हथियार उठाना नक्सलवाद है तो वह सबसे बड़े नक्सली हैं। शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के चुनाव क्षेत्र से नामांकन भरने के बाद चुनावी अभियान का आगाज करते हुए मांझी ने कहा, 'अगर बहू-बेटी की इज्जत के लिए, जमीन की रक्षा करने या फिर गरीबों के साथ ज्यादती के खिलाफ किसी को हथियार उठाना पड़ता है और दुनिया उसे नक्सली कहती है तो फिर सबसे बड़ा नक्सली जीतन राम मांझी है।' मांझी ने कहा कि नक्सली और कोई नहीं बल्कि अपने ही भाई हैं।
चुनावी सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री के निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी पर भी रहे। मांझी ने उदय नारायण चौधरी को नीतीश कुमार के इशारे पर ऊठक-बैठक लगाने वाला किरदार बताया। मांझी ने कहा कि अगर इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन के उम्मीदवार उदय नारायण चौधरी जीत जाते हैं तो फिर से यहां जंगलराज कायम हो जाएगा। मांझी ने कहा कि उन्हें सत्ता से हटाने में पांच लोगों की अहम भूमिका थी, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष और महागठबंधन के प्रत्याशी उदय नारायण चौधरी का नाम भी शामिल है। उन्होंने कहा कि अब इसका हिसाब लेने का समय आ गया है। मांझी की इस सभा में बाराचट्टी से जेडीयू की निवर्तमान विधायक ज्योति देवी ने जेडीयू से नाता तोड़कर मांझी की 'हम' में शामिल होने का ऐलान किया। ज्योति देवी मांझी की समधिन भी हैं। उन्हें मांझी ने बाराचट्टी से अपना उम्मीदवार बनाया है।
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