गोरखपुर। बेशक आज पूर्वांचल में इसी की जरूरत है। यहां की प्रतिभाओं का विकास हो, इसके लिए आगे आकर प्रयास करने वालों का घोर अभाव है। वरना, यहां के युवाओं, छात्र-छात्राओं और प्रतिभाओं में भी वो दम है, जो सफलता की क्षितिज पर इलाके का नाम रोशन कर सकते हैं। 27 अगस्त को गोरखपुर के कसया रोड स्थित पैडलेगंज में उद्घाटित हुई विर्क स्टडी सर्किल के इस ‘हमारा प्रयास, पूर्वांचल की प्रतिभाओं का विकास’ नारे ने पूर्वांचल के छात्र-छात्राओं में सफलता की आस बढ़ा दी है।
संस्थान के उद्घाटन के मौके पर मौजूद लोगों ने विर्क स्टडी सर्किल की तरक्की के लिए ढेरों शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर राणा राघवेन्द्र प्रताप सिंह, विशाल जायसवाल, राणा राहुल सिंह, शक्ति जायसवाल, कल्याण शाही, प्रो.सदानन्द गुप्त, प्रो.सुरेन्द्र दुबे, यशवंत सिंह, डा.एसके सिंह, डा.एससी कौशिक, सुबोध सिंह, एसपी सिंह, देवेन्द्र सिंह, डा.राघवेन्द्र सिंह, राजेश सिंह, डा.पृथ्वी राज सिंह, मान्धाता सिंह, कमलेश सिंह समेत नगर के भारी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे। इससे पहले अपने-अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ व माहिर लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।
लगन के साथ परिश्रम व मार्गदर्शन भी जरूरीः वीरेन्द्र बहादुर
हरियाणा के पूर्व डीजीपी वीरेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि मौजूदा प्रतिस्पर्धा के दौर में वही आगे निकलेगा जिसमें लगन के साथ मेहनत करने का जज्बा हो और उसे उचित मार्गदर्शन मिले। उन्होंने उम्मीद जतायी कि निश्चित रूप से विर्क स्टडी सर्किल पूर्वांचल की प्रतिभाओं को तराश कर विशिष्ट पहचान दिलाएगा। इससे पहले बतौर मुख्य अतिथि पूर्व डीजीपी वीरेन्द्र बहादुर सिंह, विशिष्ट अतिथि मुख्य वन संरक्षक आरआर जमुआर, वरिष्ठ चिकित्सक व पूर्व मंत्री डा.पीके राय व प्रो.अनंत मिश्र ने दीप प्रज्जवलन व फीता काटकर विर्क स्टडी सर्किल का उद्घाटन किया।
अच्छे शिक्षक, अच्छी सामग्री व समीक्षा भी जरूरीः जमुआर
आरआर जमुआर ने कहा कि अच्छे शिक्षक, अच्छी पाठ्य सामग्री तथा सतत समीक्षा के माध्यम से ही छात्र अपने व्यक्तित्व में निखार लाकर सफलता की शीर्ष तक पहुंच सकते हैं। कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सक व पूर्व मंत्री डा.पीके राय ने संस्थान की सफलता के लिए शुभकामना देते हुए कहा क कहा कि विर्क स्टडी सर्किल शैक्षणिक वातावरण में व्याप्त प्रमाणिकता एवं गुणवत्ता के अभाव को दूर करेगा।
पूर्वांचल की प्रतिभाओं के विकास के लिए होगा पूरा प्रयासः रणविजय सिंह
संस्थान के कार्यों की रूपरेखा पेश करते हुए संस्थान के निदेशक व रेलवे सेवा के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी रणविजय सिंह ने कहा कि इस संस्थान में समय-समय पर सेमिनार का आयोजन कर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों व विषय विशेषज्ञों के व्याख्यान के माध्यम से छात्रों उन्नत मार्गदर्शन दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यक्तित्व विकास कक्षाओं, अनवरत एवं उच्च स्तरीय टेस्ट सीरीज के साथ-साथ छात्र-छात्राओं की पाक्षिक समीक्षा एवं उनके मूल्यांकन पर आधारित विशेष मार्गनिर्देश देने की योजना है। इन्हीं वजहों से यह संस्था पूर्वांचल में अपनी खास पहचान बनाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की प्रतिभाओं की विकास के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। कार्यक्रम का सफल संचालन डा.अरुण पाण्डेय व धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व ब्लाक प्रमुख ईश्वर चंद जायसवाल ने किया।
-राजीव रंजन तिवारी (संपर्कः +91 8922002003)
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