गांधीनगर (गुजरात)। कई दिनों से गुजरात के कई जिलों में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल ने बीजेपी सरकार के बातचीत के आमंत्रण को ठुकरा दिया है। हार्दिक के नेतृत्व वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) ने सात मंत्रियों की सदस्यता वाली समिति की ओर से शनिवार को मिले बातचीत के आमंत्रण को नजरअंदाज कर दिया। इस समिति के अध्यक्ष गुजरात सरकार में वरिष्ठ मंत्री नितिन पटेल हैं। राज्य के महाप्रशासन विभाग ने आंदोलन कर रहे पाटीदार समुदाय के प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए लिखित आमंत्रण दिया था। 'पास' के कोर कमिटी सदस्य चिराग पटेल ने कहा, 'हमें शॉर्ट नोटिस पर गांधीनगर के लिए निमंत्रण मिला था, जिसे हमने ठुकरा दिया। हमारी समिति तय करेगी कि मंत्रियों से रैली करने से पहले मिलना है या फिर बाद में बात करनी है।'
दूसरी तरफ मंत्री नितिन पटेल ने कहा कि हमारी ओर से पाटीदार समुदाय के लोगों को बातचीत के लिए रविवार का आमंत्रण दिया गया था। नितिन ने कहा, 'पाटीदार समुदाय के प्रतिनिधियों ने हमसे कहा था कि हमें निमंत्रण देर से मिला है और अब हम रचनात्मक बातचीत के लिए रविवार को वार्ता करेंगे।' इससे पहले पाटीदार समुदाय के नेताओं ने सार्वजनिक बयान जारी कर कहा था कि वह सरकार से तभी कोई बात करेंगे, जब वह लिखित में आमंत्रित करे। हालांकि जब सरकार की ओर से शाम छह बजे मुलाकात का आमंत्रण भेजा गया तो किसी भी नेता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सरकार ने अपनी ओर से दिए लिखित आमंत्रण में समुदाय के नेताओं से कहा था, 'आरक्षण की मांग को लेकर समुदाय की ओर से सौंपे गए मेमोरेंडम पर चर्चा के लिए सरकार ने आपको बुलाने का फैसला किया है। आप लोगों से अनुरोध है कि मंत्री समूह के सामने अपनी बात रखें। इस समिति का गठन सीएम आनंदीबेन पटेल ने स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नेतृत्व में किया है।'
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