अहमदाबाद। अहमदाबाद पुलिस के घोड़ा कैंप में एक घोड़ा अपनी प्रजनन क्षमता के लिए मशहूर है। कोको नाम का यह घोड़ा 16 साल का है और कई बच्चों का बाप है। कोको के साथ प्रजनन करने के लिए मादा घोड़ों की लाइन लगती है। उसे हर सेशन के लिए 1500 रुपये मिलते हैं। कोको घोड़ा कैंप के 46 घोड़ों में से एक है। वह दिन में सिर्फ एक बार प्रजनन करता है। उसके साथ प्रजनन करवाने के लिए आसपास के गांवों के मादा घोड़ों के मालिक अच्छी नस्ल के घोड़ों की प्राप्ति के लिए उन्हें यहां लाते हैं। पुणे से भी कई लोग अपनी घोड़ियों को यहां लाते हैं। कोको के साथ अपनी घोड़ी का मिलन करवाने के लिए वे दूसरे घोड़ों की अपेक्षा 50 प्रतिशत ज्यादा कीमत चुकाते हैं।
कोको की प्रजनन क्षमता उसे कैंप के अन्य घोड़ों से अलग करती है। दूसरे घोड़ों के मुकाबले उसे ज़्यादा सुविधाएं मिलती हैं। इनमें खास खाने से लेकर अन्य देखरेख शामिल है। कोको को सुनियोजित तरीके से व्यायाम करवाया जाता है और इंफेक्शन से बचाने के लिए विशेष रूप से शक्तिवर्धक गोलियां दी जाती है। घोड़ा कैंप के प्रमुख एलएफ वसावा कहते हैं, 'घोड़ों की रेस में जो घोड़े आप देखते हैं, उनमें से अधिकतर इसी नस्ल के होते हैं।' प्रजनन के लिए दी जाने वाली की कीमत पर उन्होंने कहा, 'घोड़ा कैंप से बाहर प्रजनन कराने की कीमत 1000 रुपये है, लेकिन कोको के साथ इस काम के लिए 1500 रुपये फीस लगती है।' घोड़ा कैंप में कोको के दो बच्चे हैं। कैंप के बाहर भी उसके कई बच्चे हैं। कोको के बाद प्रिंस नाम के घोड़ा भी अपनी प्रजनन क्षमता के लिए जाना जाता है। उसके साथ प्रजनन कराने के लिए 1000 रुपये फीस लगती है। कैंप में आए एक व्यापारी शाहिद मोमिन कहते हैं, 'मेरे पास एक घोड़ी है। मैंने कोको के बारे में सुना था, इसलिए अपनी घोड़ी को उसके साथ प्रजनन करने के लिए ले गया। वह सेक्स के लिए कभी न नहीं कहता'
घोड़ा कैंप के 46 घोड़ों में ज़्यादातर घोड़े मारवाड़ी और काठियावाड़ी नस्ल के हैं। इनमें नर घोड़ों की संख्या सिर्फ आठ है। इनमें से सात अच्छी नस्ल के हैं। लेकिन दो घोड़ों को ही प्रजनन करने की इजाजत है। कोको उनमें से एक है। यहां घोड़ों के प्रशिक्षक जयंतीभाई पांचाल कहते हैं, 'जिन घोड़ों को प्रजनन के लिए चुना जाता है उनकी खास खयाल रखना होता है। उन्हें भारी आहार दिया जाता है जिसमें कैल्शियम, विटामिन और मिनरल होते हैं। अच्छी नस्ल के घोड़े बहुत प्रबल होते हैं और उन्हें रेस में इस्तेमाल किया जाता है।'
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