नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी पेट्रोल और डीजल के घटे दामों पर वाहवाही लूटकर खुद को नसीबवाला बता रहे थे, लेकिन कीमत में फिर एक बार बढ़ोतरी हो गई है। पेट्रोल 3.13 रुपये और डीजल 2.71 रुपये महंगा हो गया है। बढ़ी हुई कीमतें शुक्रवार आधी रात से लागू होंगी। माना जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में इजाफा होने की वजह से यह बढ़ोतरी की गई है। बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'हमें देश का दीर्घकालीन स्वास्थ्य ध्यान रखना है, इसीलिए पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं।'
कांग्रेस ने शुक्रवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने कीमतों में वृद्धि करके अपनी पहली वर्षगांठ पर जनता को तोहफा है और दावा किया कि इसी तरह के तोहफे और भी आएंगे। पार्टी प्रवक्ता आर.पी.एन. सिंह ने कहा, 'नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा अपनी पहली वषर्गांठ के अवसर पर यह उपहार है, आगे और आंएगे।' कांग्रेस पार्टी शुक्रवार को पेट्रोल की कीमतों में 3.13 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 2.71 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि किए जाने पर प्रतिक्रिया जता रही थी। बढ़ी हुई कीमतें आधी रात से प्रभावी होंगी। इस महीने पेट्रोलियम ईंधन के भाव में यह दूसरी वृद्धि है। इससे पहले एक मई को पेट्रोल के दाम 3.96 रुपये व डीजल के 2.37 रुपये लीटर बढ़ाए गए थे। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियां महीने की पहली और 16 तारीख को कीमतों में संशोधन करती हैं।
मोदी सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने का फैसला संसद सत्र खत्म होने के एक दिन बाद लिया है। शायद पीएम मोदी को अपना एक पुराना ट्वीट याद नहीं होगा. जब उन्होंने 2012 में यूपीए सरकार पर संसद सत्र खत्म होने के ठीक एक दिन बाद पेट्रोल का दाम बढ़ाने की आलोचना की थी। बता दें कि कुछ दिन पहले भी पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे। 30 अप्रैल को सरकार ने पेट्रोल के दाम में 3.96 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में 2.37 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। गौरतलब है कि अगस्त, 2014 से लेकर फरवरी, 2015 के दौरान पेट्रोल की कीमतों में 10 बार कटौती की गई तो जबकि अक्टूबर, 2014 से लेकर फरवरी, 2015 के दौरान डीजल के दाम में छह बार कटौती हुई। इसके बाद, 16 फरवरी, 2015 को पेट्रोल के दाम में 82 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल के दाम में 61 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी। 1 मार्च को भी दाम बढ़ गए थे। (साभार)
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