नई दिल्ली। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने तमाम विवादों के बीच अपने 100 दिन पूरे कर लिए हैं। केजरीवाल सरकार के 100 दिन पर क्या है दिल्ली वालों की राय? एबीपी न्यूज-नील्सन के सर्वे के मुताबिक तमाम विवाद और पार्टी में फूट के बावजूद लोगों के बीच केजरीवाल का जादू बरकरार है। वहीं बिहार को लेकर किए गए सर्वे के मुताबिक अगर आज की तारीख में वहां चुनाव हो जाएं तो जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस का संभावित गठबंधन बीजेपी को पानी पिला सकता है।
सर्वे बताता है कि जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस का संभावित गठबंधन बीजेपी को पछाड़ सकता है। ऐसी स्थिति में यह गठबंधन 127 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा पार कर सकता है, जबकि बीजेपी गठबंधन 112 सीटों पर सिमट सकता है। अन्य 4 सीटें निर्दलीय और अन्य के खाते में जा सकती हैं। सर्वे के मुताबिक अगर जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो पाता है और तीनों अलग-अलग चुनाव लड़ते हैं, तो बीजेपी सत्ता हासिल कर सकती है। पोल कहता है कि ऐसी स्थिति में बीजेपी के बहुमत का आंकड़ा पार करने की संभावना है। बीजेपी गठबंधन को 126 सीटें, जेडीयू को 64, आरजेडी को 42 और कांग्रेस दो सीटे मिलने के आसार हैं। निर्दलीय और अन्य के खाते में 9 सीटें जाती दिख रही हैं।
सर्वे के मुताबिक नीतीश भले गठबंधन बनाकर सरकार बचाने में कामयाब हो जाएं, लेकिन 127 सीटों में जेडीयू को सिर्फ 42 सीटें मिलने के आसार हैं, जबकि आरजेडी 61 और कांग्रेस को 24 सीटें मिल सकती हैं। वहीं विरोधी खेमे की 112 सीटों में 93 सीटें बीजेपी की होंगी। सर्वे में नीतीश सबसे लोकप्रिय नेता हैं। सर्वे के मुताबिक 52 फीसदी जनता की नजर में नीतीश कुमार सबसे ज्यादा लोकप्रिय नेता है, जबकि लोकप्रियता के दूसरे पायदान पर स्थान पाने बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी सिर्फ 17 फीसदी जनता के बीच लोक्रप्रिय हैं। तीसरे नंबर पर लालू प्रसाद यादव हैं, जिन्हें 11 फीसदी जनता सबसे लोकप्रिय नेता मानती है, जबकि 8 फीसदी जनता की नजर में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी सबसे लोकप्रिय नेता हैं।
पोल के मुताबिक अगर आज पश्चिम बंगाल में चुनाव होते हैं तो ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस 198 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर सामने आकर सत्ता अपने पास ही रख सकती है। कांग्रेस 40, लेफ्ट 36, बीजेपी 12 और अन्य 8 सीटों पर सिमट सकते हैं।
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।