नई दिल्ली। बिहार और यूपी के लोगों के बारे में बीजेपी नेता विजय गोयल के राज्यसभा में दिए बयान पर बवाल बढ़ गया है। विजय गोयल ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा था कि दिल्ली की समस्याओं को हल करने के लिए बिहार और यूपी से प्रवासियों के आने पर रोक लगाने की जरूरत है। सोशल मीडिया पर लोगों ने गोयल के इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे राज ठाकरे जैसा रवैया करार दिया है। ट्विटर पर 'vijay goel' ट्रेंड में है और लोग उन्हें जमकर कोस रहे हैं। सत्य प्रकाश पांडेय नामक व्यक्ति ने अपने ट्विटर पर लिखा है, 'आप एक बाहरी को दिल्ली का राज्य बीजेपी अध्यक्ष बनाते हैं और विजय गोयल जैसा बड़ा नेता इतना गैरजिम्मेदाराना बयान देता है। अगर यह सच है तो नतीजों का इंतजार करो।'
एक अन्य ट्विटर हैंडल ने चुटकी लेते हुए लिखा है, 'विजय गोयल एक नई पार्टी बनाने वाले हैं जिसका नाम होगा दिल्ली नवनिर्माण सेना।' खबरों के मुताबिक गुरुवार को गोयल ने राज्यसभा में कहा, 'हर रोज दिल्ली आने वाले प्रवासियों की संख्या बढ़ रही है। उनमें से ज्यादातर यूपी या बिहार से हैं। वे यहां आते हैं क्योंकि उनके अपने राज्यों में रोजगार नहीं हैं। ये प्रवासी झुग्गी-बस्तियों में बस जाते हैं। अगर हमें दिल्ली की समस्याएं हल करनी हैं तो हमें प्रवासियों का आगमन रोकना होगा।' विजय गोयल ने तो अन्य राज्यों में दिल्ली यूनिवर्सिटी की शाखाएं खोलने की भी सलाह दे डाली ताकि बाहरी छात्रों की तादाद कम की जा सके। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट किया है, 'हम यूपी-बिहार के लोगों के बारे में बीजेपी नेता विजय गोयल के इस बयान की निंदा करते हैं। यूपी और बिहार के लोग दिल्ली का अहम हिस्सा हैं।' विजय गोयल ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'मेरा मतलब था कि अगर और राज्यों में विकास हो तो वहां के लोगों को दिल्ली आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।'
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।