लखनऊ। सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने केन्द्र की बीजेपी सरकार द्वारा लोकसभा में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए प्रस्तुत रेल बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लिहाज से यह बजट निराशाजनक है। आबादी के नजरिए से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की उपेक्षा की गई है। उत्तर प्रदेश के बहुत बडे इलाके को विभिन्न मार्गो पर प्रस्तावित ट्रेन की सुविधा से वंचित रखा गया है, जो ठीक नहीं है। संसद में प्रस्तुत रेल बजट से स्पष्ट है कि केन्द्र सरकार ने अपने संसाधनो पर भरोसा करने के बजाय एफडीआई एवं निजी क्षेत्र पर अधिक ध्यान दिया है। रेल परियोजनाओं को पूरा करने सहित अन्य कार्यो के लिए बाहरी स्रोतों पर भारतीय रेल की निर्भरता भविष्य में रेल सुविधा को और अधिक महंगा एवं दुष्कर बनाएगी। इटावा से मैनपुरी रेलवे ट्रैक पर कुछ किलोमीटर का ही काम अधूरा छोड़ दिया गया है जबकि एक बड़े भाग पर काम हो चुका है। मैनपुरी के यात्रियों की असुविधा को देखते हुए इस अधूरे काम को तत्काल पूरा किया जाना आवश्यक है। रेलमंत्री ने इस पर ध्यान नहीं दिया। लोकसभा चुनाव के दौरान जनता को सब्जबाग दिखाने वाली भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तुत इस बजट से देश और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के लोगों को काफी निराशा हुई है। भाजपा सरकार का रेल मंत्रालय अपने सामाजिक दायित्वों की घोर उपेक्षा करके कारोबारी फर्म में तब्दील होने जा रहा है। निश्चित रूप से इसका असर समाज के गरीब, कमजोर एवं पिछड़े वर्गो पर पड़ेगा। यह तबका केन्द्र सरकार द्वारा यात्री किराए और भाड़े में रेल बजट के पूर्व की गई भारी बढ़ोत्तरी से पहले ही दिक्कतों का सामना कर रहा है। रेलवे स्टेशनों की दुर्दशा, अव्यवस्था, असुविधा एवं असुरक्षा से यात्रियों को रोजाना दो चार होना पड़ता है। बजट में कुछ भी ऐसा नहीं है जो उल्लेखनीय हो। जनसाधारण की उपेक्षा और विशेष वर्ग की चिन्ता ही इसमें झलकती है।
मुख्यमंत्री का अभिनन्दन करेंगे लोकतंत्र रक्षक सेनानी
वरिष्ठ पत्रकार एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानी धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव लोकतंत्र रक्षक सेनानियों की पेंशन छह हजार रुपये प्रतिमाह किए जाने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रति आभार व्यक्त किया है और कहा है कि प्रदेश के लोकतंत्र सेनानी राज्य सरकार के इस निर्णय से अपने को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानी धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव ने कहा है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में आपातकाल के विरोध में जेल जाने वालों को लोकतंत्र रक्षक सेनानी पेंशन देकर सम्मानित किया था। उस समय यह पेंशन राशि एक हजार रुपये प्रतिमाह थी। बसपा नेत्री मुख्यमंत्री मायावती ने अपने कार्यकाल में लोकतंत्र रक्षक सेनानियों से यह सम्मान छीन लिया था। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी समाजवादी सरकार ने इस सम्मान को फिर बहाल किया व पेंशन राशि बढ़ाकर तीन हजार रु. प्रतिमाह कर दी। आज हुई कैबिनेट की बैठक में राज्य सरकार ने यह पेंशन राशि छह हजार रु. प्रतिमाह कर दी। वरिष्ठ पत्रकार एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानी धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव ने कहा है कि राज्य सरकार के इस फैसले को लेकर उत्तर प्रदेश के लोकतंत्र रक्षक सेनानी काफी प्रसन्न हैं। राज्य सरकार के इस निर्णय को लोकतंत्र एवं लोकतांत्रिक भावनाओं के प्रति सम्मान मान रहे हैं। इसकी सूचना मिलने पर दर्जनों सेनानियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का समय मिला तो लोकतंत्र सेनानी इस निर्णय के लिए उनका सार्वजनिक रूप से सम्मान करेंगे। लोकतंत्र रक्षक सेनानियों ने इस निर्णय में विशिष्ट भूमिका निभाने वाले अखिलेश यादव सरकार के कैविनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।
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