लखनऊ। सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदेश को मुलायम सिंह यादव के सपनों का उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। कांग्रेस, भाजपा और बसपा की सरकारों ने राज्य में बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए कोई काम नहीं किया। प्रशासनिक शिथिलता के चलते प्रगति में जो गतिरोध उत्पन्न हो चला था, उसको तोड़ने का काम समाजवादी सरकार ने ही किया है। उम्मीद थी कि प्रदेश की प्रगति में विपक्षी दलों का भी सहयोग मिलेगा। लोकतंत्र में विपक्ष से रचनात्मक भूमिका की अपेक्षा की जाती है। प्रदेश का विकास हो, यहां खुशहाली आए इसके लिए सभी का प्रयास होना ही चाहिए। लेकिन कांग्रेस ने दशकों तक शासन में रहने के बावजूद प्रदेश में क्षेत्रीय विषमताओं को मिटाने में दिलचस्पी नहीं ली। बसपा की तीन बार भाजपा के सहयोग से प्रदेश में सरकार बनी। सुश्री मायावती चार बार मुख्यमंत्री बनी लेकिन अपने राज में उन्होने सरकारी खजाना सिर्फ पार्को, स्मारकों और अपनी प्रतिमाओं की स्थापना में ही लुटाने का काम किया।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की भी सरकारें रही हैं। बाबरी मस्जिद का ध्वंस भाजपा राज में ही हुआ। इनकी सरकार में सामाजिक तानाबाना को छिन्न-भिन्न किया गया। प्रदेश में विकास की गतिविधियों पर भाजपा का ध्यान ही नहीं गया। नतीजे में भाजपा, कांग्रेस के साथ तीसरे चौथे स्थान की प्रतिद्वंद्विता में ही वर्षो तक बनी रही। जब से केन्द्र की सत्ता में भाजपा को आने का मौका मिला तब से प्रदेश में उसका नेतृत्व दंभपूर्ण व्यवहार का आदी हो गया है। इसके नेता अहंकार में इतना डूब गए हैं कि उन्हें राजनीतिक शिष्टता और मर्यादाएं भी भूल गई हैं। कभी ये अधिकारियों को धमकाते हैं और दुश्मनी पालने की बात करते हैं तो कभी कानून व्यवस्था के नाम पर कानून की ही धज्जियां उड़ाने लगते हैं। अनापशनाप बयानबाजी को ही वे अपनी विशेषज्ञता मानने लगे हैं। प्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री की हर बात पर नुक्ताचीनी करना ही उन्होने अपना राजधर्म मान लिया है। कभी आंदोलन तो कभी आरपार की लड़ाई का एलान करते-करते भाजपा नेता नाग-नागिन का भी अवतार ले लेते हैं। ऐसे विपक्षी प्रदेश की प्रगति के न तो हितचिंतक हैं और नहीं रचनात्मकता के समर्थक हैं अपितु पूर्णतया विध्वंसात्मक राजनीति के प्रणेता और विकास के शत्रु हैं। जनता इनको पहले भी सबक सिखा चुकी है और फिर वह उन्हें सबक सिखाएगी।
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