लखनऊ। सपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि देश में कुछ ताकतें हैं जो हमारी एकता को तोड़ने और परस्पर सद्भाव को नष्ट कर अराजकता फैलाना चाहती हैं। उनकी विचारधारा देश की आजादी के लिए मर मिटनेवालों की शहादत को भी मिटा देना चाहती है। हमें उनकी विरासत को बचाकर रखना है और यह काम समाजवादी ताकतें ही कर सकती है। चौधरी आज चिनहट युद्ध के विजय की 157वीं वर्षगांठ पर कठौता झील के निकट स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाषण कर रहे थे। रामशंकर यादव की अध्यक्षता में आयोजित समारोह के पूर्व एसआरएस यादव, जगजीवन प्रसाद, जयशंकर पाण्डेय, विशाल सिंह, छेदा सिंह,एडवोकेट, सज्जन सिंह, रामकृपाल सिंह तथा कामरेड राम किशोर शर्मा ने शहीद शिवाधार पुत्र चंदी प्रसाद नि. बरगवां और दयाशंकर पुत्र महावीर नि. सैरपुर पूरबगांव की स्मृति शिला पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि 1857 में मेरठ से दिल्ली तक क्रांति का बिगुल बजा था जिसमें किसानों और साधारण जनों ने भी भरपूर सहयोग किया था। बड़े संघर्षो से मिली आजादी के बाद सबको मताधिकार मिला। लेकिन समाज के एक वर्ग ने आजादी के अर्थ को बदलने का काम किया है। 80 प्रतिशत लोगों के पास सिर्फ वोट देने का अधिकार रह गया है। सत्ता प्रतिष्ठानों पर 20 प्रतिशत धनी वर्ग का कब्जा हो गया है। आजादी के 66 वर्षो में बहुत से सपने अधूरे हैं।
चौधरी ने कहा कि गांधीजी, भगत सिंह और डा0 लोहिया ने कल्पना की थी कि आजाद भारत में गैर बराबरी, अन्याय और शोषण रहित समाज बनेगा। सबको स्वाभिमान से रहने और अपनी तकदीर बदलने का मौका मिलेगा। गरीबों को अच्छी जिन्दगी जीने का अधिकार दिलाने के लिए मुलायम सिंह यादव लगातार संघर्ष करते रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री अखिलेष यादव ने वर्ष 2014-15 के बजट का 75 प्रतिशत गांव-गरीब की बेहतरी के लिए रखा है। वे चाहते हैं विकास की रोशनी गांव की हर झोपड़ी तक पहुंचे। राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाए रखने की जिम्मेदारी सबकी है। 1975 में जब आपातकाल लगा तो करोड़ो के इस देश में कुछ ही लोग विरोध करने को सामने आए। आज भी कुछ तत्व है ंजो लोकतंत्र की धारा में अवरोध पैदा करने की साजिशें कर रहे है। देश को फासिस्ट और कट्टरपंथी विचारधाराओं से खतरा है। समाजवादी इससे बराबर संघर्ष करते आए हैं। समाजवादी विचारधारा के केन्द्र में गांव-गरीब और किसान हैं। इनकी सक्रियता एवं जागरूकता से ही आजादी के मूल्यों की रक्षा की जा सकती है।
इस अवसर पर शत्रोहन यादव, परशुराम, गोमती यादव, छोटेलाल, भजनलाल मौर्य, सुजीत यादव, बब्बनलाल, तेज बहादुर सिंह, सुजीत यादव, कंचन सिंह, रामदेव तिवारी, रामनाथ यादव, हासिम अली, राम आसरे रावत, मैकू निषाद, रामशरण यादव आदि सैकड़ों स्थानीय लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर आज प्रदर्शन के दौरान जैसा अभद्र और अशालीन आचरण किया है उससे स्पष्ट हो गया है कि उनकी मंशा प्रदेश में अराजकता और अव्यवस्था फैलाने की है। कानून व्यवस्था के नाम पर तथाकथित प्रदर्शन की आड़ में कानून तोड़ना अनुचित और अलोकतांत्रिक है। समाजवादी पार्टी प्रदर्शन के दौरान सरकारी व निजी सम्पत्ति को हानि पहुचाने तथा मीडिया के लोगों को भी अपनी हिंसा का शिकार बनाने के लिए उनकी निन्दा करती है।
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