हजारीबाग। सरकारी अधिकारी के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के मामले में हजारीबाग कोर्ट ने मंगलवार को बीजेपी के सीनियर नेता यशवंत सिन्हा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। शहर में बिजली कटौती के खिलाफ यशवंत सिन्हा के अनिश्चितकालीन धरने के दौरान सोमवार को बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं ने विभाग के जीएम धनेश झा को रस्सी से बांधकर उन्हें आधे घंटे तक ऑफिस के बाहर बंधक बनाए रखा था। कोर्ट में उन्होंने और उनकी साथियों ने जमानत लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें हिरासत में भेज दिया गया। कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने भी एक मामले में जमानत लेने से इनकार कर दिया था।
बिजली ऑफिस में तालाबंदी, हंगामे और शोर-शराबे के बीच पुलिस ने किसी तरह जीएम को कार्यकर्ताओं से मुक्त कराया था। इस मामले में पुलिस यशवंत सिन्हा सहित 150 बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर थाने ले आई थी। धनेश झा ने कहा कि यशवंत सिन्हा ने उनके साथ आईं महिलाओं को निर्देश दिया था कि मुझे रस्सी से बांध दिया जाए। उन्होंने कहा कि गालियां देते हुए उनके साथ मारपीट की गई और कार्यकर्ताओं ने जाते-जाते उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी। यशवंत सिन्हा ने पत्रकारों से बातचीत में माना कि उन्होंने महिला कार्यकर्ताओं को ढा को बांधने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, 'हां, मैंने कहा था कि झा के हाथ-पांव बांध दिये जाएं। महिलाएं बिजली न होने के कारण सबसे ज्यादा परेशान होती हैं। उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।'
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