लखनऊ। सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि महान समाजवादी नेता डा.राममनोहर लोहिया के विचारों और सिद्धान्तों से अनुप्राणित समाजवादी पार्टी उनके नर-नारी समानता के सिद्धान्त की अनुगामी रही है। महिलाओं की इज्जत के लिए संघर्ष का भी एक लम्बा इतिहास रहा है। मुलायम सिंह यादव महिलाओं को सम्मान देने और उनको आगे लाने वालों में प्रथम पंक्ति में हैं। यह स्मरणीय है कि 1980 में जब मेरठ में माया त्यागी नाम की महिला से दुराचार की घटना घटी थी उसके विरोध में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के साथ श्री मुलायम सिंह यादव ने भी अपनी आवाज उठाई थी और जेल यातना सही थी। आज जब उन पर विपक्ष के कुछ लोग आक्षेप करते हैं तो आश्चर्य के साथ दुःख और क्षोभ होता है।
उप्र में आज अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा की बहुमत की सरकार है। इस सरकार ने समाज के सभी वर्गों के हितों की योजनाओं पर अमल शुरू किया है। कौन नहीं जानता कि समाजवादी सरकार में छात्राओं की पढ़ाई के लिए बजट में व्यवस्था की है और महिलाओं के हित में भी कदम उठाये हैं। बसपा राज में अवरूद्ध विकास को मुख्य एजेंडा बनाकर उस पर काम किया है। इससे घबराये हताश-निराश कांग्रेस, भाजपा और बसपा जैसे दल राज्य सरकार पर हमला बोलने में नहीं चूकते। कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का भ्रामक प्रचार कर प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने का कुचक्र रचा जा रहा है। बसपा के राज में आधे दर्जन से ज्यादा मंत्री-विधायक बलात्कार, लूट और अपहरण के आरोपों में जेल गये। बॉदा में दलित किशोरी से दुष्कर्म हुआ। निघासन में एक बच्ची को थाने में फांसी पर लटका दिया गया था। उसी बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री आए दिन राष्ट्रपति राज की असंवैधानिक मांग करती रहती है। भाजपा नेताओं को लग रहा है कि अब सत्ता का छींका टूटने वाला है, इसलिए वे संघीय व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। सपा मानती है कि बलात्कार जैसी घटनाएं सामाजिक अभिशाप हैं। इस समस्या के पीछे के कारणों का सम्यक शोध व विश्लेषण किया जाना चाहिए। जहां तक सपा का सवाल है मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ऐसे संवेदनशील मामलों में तत्काल कार्यवाही का निर्देश दे रखा है। बदायूं कांड में मुख्यमंत्री ने तत्काल कठोर कदम उठाते हुये दोषियों की गिरफ्तारी व पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने की दिशा में पहल की है। लेकिन एक गरीब परिवार की इस पीड़ा पर भी कुछ दलों के नेता सियासत की रोटी सेंकने से बाज नहीं आ रहे व उन्होंने अनर्गल बयानबाजी कर प्रदेश को बदनाम कर रहे। लोकतंत्र में सत्तालिप्सा का ऐसा घिनौना खेल सर्वथा निंदनीय है।
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