नई दिल्ली। आईआईटी-जेईई अडवांस का रिजल्ट अनाउंस कर दिया गया है। इसमें सफल स्टूडेंट्स को देश भर के 16 इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आईआईटी) और इंडियन स्कूल ऑफ माइंस धनबाद में ऐडमिशन मिल सकेगा। राजस्थान के चित्रांग मुर्दिया आईआईटी-जी 2014 में टॉपर हुए हैं। मुर्दिया को 360 में से 334 मार्क्स मिले हैं। मुर्दिया आईआईटी दिल्ली जोन से हैं। वहीं आईआईटी रुड़की जोन की अदिति महिला कैंडिडेट्स में टॉपर हैं। अदिति ऑल इंडिया रैंकिंग में सातवें नंबर पर हैं। टॉप 100 में इस बार में महज पांच लड़कियां हैं। कुल 1,26,997 रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स में से 27,151 स्टूडेंट सफल घोषित हुए हैं। इनमें से 19,416 स्टूडेंट्स को कॉमन मेरिट लिस्ट में जगह मिली है। मेरिट लिस्ट में 6000 ओबीसी, 4400 एससी और 1250 एसटी स्टूडेंट्स हैं। 243 विकलांग कैटिगरी से हैं। 2013 के मुकाबले इस बार 3500 ज्यादा कैंडिडेट सफल हुए हैं। इस बार सभी कैटिगरी में बढ़िया नतीजे आए हैं। कुल 9,784 सीटों के लिए करीब 19,000 लोगों को शॉटलिस्ट किया गया है। आईआईटी जेईई अडवांस में सृजन गर्ग दिल्ली में टॉपर रहे। जेईई के प्रभारी और आईआईटी खडगपुर के प्रो. एम.के.पाणिग्रही ने कहा कि सफलता हासिल करने वाले छात्रों में केवल 11 पर्सेंट लडकियां हैं। लड़कियों के खराब प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर अदिति ने कहा कि लड़कियों को इंजिनियरिंग में जाने के लिए न तो माता पिता और न ही सामाजिक व्यवस्था से ही बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा, 'मुझे इंजिनियरिंग में जाने के लिए मेरे परिवार का समर्थन मिला लेकिन मेरी ज्यादातर दोस्तों ने मेडिकल या कॉर्मस सब्जेक्ट को चुना। इसलिए आपको इंजिनियरिंग में कम लडकियां देखने को मिलती हैं। इसका अर्थ यह नहीं है कि लडकियां अच्छी इंजिनियर नहीं बन सकतीं।
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