रक्षा सौदे में 100% विदेसी निवेश और धारा 370 पर बवाल। कश्मीरी पंडितों को आगे करना। पीओके को पीओजेके कहना। मुसलमानों को अल्पसंख्यक श्रेणी से अलग करना। कुछ उदाहरण हैं मोदी के राज के। इस राज में एकतरफ जहां सांप्रदायिक ध्रुवीकरण तेज होगा, वहीं दूसरी ओर उदारीकरण के रास्ते पर और ज्यादा आर्थिक सुधारों के लागू किए जाने के चलते जनता पर और ज्यादा बोझ डाले जाएंगे। हमें वास्तव में इस तरह के दोहरे हमले के लिए ही अपने को तैयार नहीं करना है, बल्कि भविष्य में देश की एकता तथा अखंडता की रक्षा के लिए और हमारी जनता की बेहतरी की खातिर, जोरदार संघर्षों के लिए भी अपने को तैयार करना होगा। एक बात और। कांग्रेसी क्या सोचते हैं वे जाने। पर हम सभी को मिल कर अपने प्यारे देश के लिए कांग्रेस को ज़िंदा रखना है। क्योंकि आने वाले दिनों में हमें इस कांग्रेस की जरुरत पड़ेगी। यही कांग्रेस हमें एक बार फिर हिटलर और मुसोलिनी से बचाएगी। जातीय ध्रुवीकरण और कार्पोरेट के षड्यंत्र से मुक्त करायेगी। इस समय तो देश हिन्दू ध्रुवीकरण और कार्पोरेट के षड्यंत्र में बुरी तरह फंस चुका है। आसपास मुक्ति का कोई उपाय नहीं दीखता लेकिन कालांतर में इसकी जरुरत पड़ेगी। इस लिए कांग्रेसियों सुधर जाओ। संगठन को मजबूत करो। घर-घर जाओ देश की आधी से अधिक जनसंख्या कांग्रेस को प्यार करती है। (श्री सरोज मिश्र जी के फेसबुक वाल से साभार)
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