लखनऊ। सपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं कारागार मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौर में भाजपा का आचरण लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं के प्रति अवमाननापूर्ण नजर आया है। गुजरात में मतदान के बाद प्रेसवार्ता में अपने चुनाव चिन्ह को दिखा कर गुजरात के मुख्यमंत्री ने यह दर्शा दिया है कि उन्हें आदर्श आचरण संहिता या किसी राजनीतिक शिष्टाचार की कोई चिंता नहीं है। उनका जैसा घमण्डी और तानाशाही मानसिकता वाला व्यक्ति लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है। वाराणसी में नामांकन के समय भी मोदी ने आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया था। गुजरात में अपने मतदान स्थल पर प्रेसवार्ता करके मोदी ने जता दिया है कि वे अपने को संवैधानिक मर्यादाओं से ऊपर मानते हैं। उनके लगातार उद्दण्ड आचरण के लिए निर्वाचन आयोग को मोदी का चुनाव रद्द करने के साथ ही उनको एक निश्चित अवधि तक आगे चुनाव लड़ने पर भी रोक देनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी प्रारम्भ से ही यह कहती आई है कि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए बहुत हल्के प्रत्याशी हैं जिन्हें देश की सत्ता सौंपना देश के लिए बहुत घातक होगा। मोदी वस्तुतः आरएसएस, बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के प्रत्याशी हैं जो कि भाजपा पर थोप दिये गए हैं। सत्ता पर मोदी के माध्यम से कब्जा करके आरएसएस अपनी फासिस्ट विचारधारा को बढ़ावा देना चाहता है। जिस तरह हिटलर ने जर्मनी में लोकतांत्रिक संस्थाओं को नष्ट कर अपनी तानाशाही लादी थी, वही साजिश आरएसएस ने अब मोदी को सामने करके रची है।
उधर, कारागार मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि 16वीं लोकसभा के लिए चार चरणों में मतदान हो चुका है। इन चुनावों में फिरकापरस्त और धर्मनिरपेक्ष ताकतों के बीच सीधी लड़ाई हुई है। यद्यपि बसपा ने मतदाताओं को भरमाने और बरगलाने के लिए कोशिशें की लेकिन उसको किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। सब जानते हैं कि बसपा और भाजपा के बीच पुराने रिश्ते हैं और एक दूसरे की मदद को हमेशा तैयार रहते हैं। चार चरणों में जनता का रूझान साफ तौर पर समाजवादी पार्टी के पक्ष में गया है। लोकसभा की 47 सीटों में समाजवादी पार्टी की 30 सीटों पर जीत सुनिश्चित है। कांग्रेस और भाजपा दूसरे-तीसरे नम्बर की लड़ाई में सिमट गई है जबकि बसपा को विधानसभा चुनावों की तरह लोकसभा में मतदाता नकारते नजर आए हैं।
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