अहमदाबाद। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ बयान देते समय दलित विरोधी टिप्पणी करने के कारण यहां एक गैर सरकारी संस्थान ने योग गुरू बाबा रामदेव के खिलाफ 1000 करोड़ रूपए की क्षतिपूर्ति वाला मानहानि का दीवानी वाद दाखिल किया है। योग गुरू पिछले माह उस समय विवादों में आ गए थे जब उन्होंने कहा था कि राहुल पिकनिक एवं हनीमून के लिए दलितों के घरों में जाते हैं। एनजीओ अंबेडकर कारवां की अध्यक्ष रत्ना वोरा द्वारा यहा दीवानी अदालत में दाखिल अर्जी के अनुसार, रामदेव ने दलित समुदाय विशेषकर दलित महिलाओं के खिलाफ मानहानि कारक टिप्पणी की है। इसमें 1000 करो़ड की मांग को सही ठहराते हुए कहा गया, रामदेव की टिप्पणी समूचे दलित समुदाय के लिए मानहानिक कारक है। जनगणना के अनुसार इस देश में करीब 28 करोड दलित हैं, रामदेव को समूचे समुदाय को पहुंची क्षति के लिए जिम्मेदार बनाया जाना चाहिए। रत्ना ने कहा कि इस राशि को देश में पूरे दलित समुदाय के कल्याण के लिए प्रयुक्त किया जाएगा। भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी को समर्थन देने की घोषणा कर चुके स्वामी रामदेव ने 25 अप्रैल को लखनऊ में एक रैली में कहा था कि राहुल गांधी हनीमून एवं पिकनिक के लिए दलितों के घर जाते हैं। उन्होंने कहा था, यदि उन्होंने दलित लडकी से विवाह किया होता तो उनका भाग्य चमक सकता था और वह प्रधानमंत्री बन सकते थे। बाद में उन्होंने अपनी टिप्पणियों पर खेद जताते हुए कहा था कि उसका गलत अर्थ निकाला गया।
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