गाजीपुर। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा है बसपा के शासन में लोगों पर बहुत जुल्म, अन्याय और अत्याचार हुआ है। लोगों को झूठे मामलों में फंसाकर एससीएसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि केंद्र में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर एससीएसटी एक्ट के साथ ही दहेज विरोधी कानून में संशोधन किया जाएगा। सरकार एक कमेटी का गठन करके इस बात का पता लगाएगी कि किन कानूनों का ज्यादा दुरुपयोग हो रहा है। जिन कानूनों का ज्यादा दुरुपयोग हो रहा है उनमें संशोधन किया जाएगा।
चिलचिलाती गर्मी और कड़ी धूप के बावजूद रामलीला मैदान गाजीपुर में हुई चुनावी जनसभा में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष को सुनने के लिए भारी संख्या में लोग जमा थे। अपने 28 मिनट के भाषण में श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हम यहां आप लोगों से श्रीमती शिवकन्या कुशवाहा के लिए समर्थन मांगने आए हैं। इटावा के बाद गाजीपुर को भी मेरा जिला कहा जाता है। पूर्वांचल के लोगों की मांग पर मैंने गाजीपुर के पड़ोसी जिले आजमगढ़ से चुनाव लड़ने का फैसला किया। मेरे लिए आजमगढ़ और गाजीपुर एक जैसे हैं। मुझे उम्मीद है कि गाजीपुर की जनता हमें निराश नहीं करेगी। लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी जितनी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेगी, केंद्र की अगली सरकार के गठन और संचालन में पार्टी की भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण होगी। हम चाहते हैं कि ऐसी स्थिति बने कि समाजवादी पार्टी के बिना केंद्र में अगली सरकार न बन सके।
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि कुछ मामलों में कांग्रेस और भाजपा के हित साझा हैं, इसीलिए दोनों राष्ट्रीय पार्टियां जब-तब एक दूसरे की मदद करती रहती हैं। कांग्रेस और भाजपा एक बार फिर इस कोशिश में लग गई हैं कि देश में तीसरे मोर्चे की सरकार न बनने पाए। कांग्रेस और भाजपा चाहती हैं कि देश पर केवल वही दोनों पार्टियां राज करें। उन्होंने कहा कि जनता की अनदेखी करने वालों को अब सत्ता नहीं मिलेगी। जनता ने तय कर लिया है कि वह कांग्रेस-भाजपा की बजाय तीसरे मोर्चे को समर्थन देगी। अभी तक जिन क्षेत्रों में चुनाव हुए हैं, वहां से मिली रिपोर्टों के हिसाब से लोगों ने कांग्रेस और भाजपा को नकार दिया है। यादव ने कहा कि नक्सलवाद की समस्या को सुलझाने के लिए यूपीए सरकार ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। नक्सलवाद का हल बंदूक या गोली से नहीं बल्कि बातचीत और विकास से होगा। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को ऐसे लोग चला रहे हैं जिन्हें गेहूं, जौ, गन्ना और घास में फर्क नहीं समझ में आता है। यह हमारे देश का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है। उन्होने ने कहा कि देश की बागडोर ऐसे शख्स के हाथ में होनी चाहिए जो देश को अच्छी तरह जानता और समझता हो और सभी को साथ लेकर चलने का माद्दा रखता हो।
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