बलिया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने निर्वाचन आयोग पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग समाजवादी पार्टी के साथ पक्षपात कर रहा है। चुनाव आयोग ने जब आजम खां और अमित शाह पर एक साथ प्रतिबंध लगाया था तो बाद में उसने सिर्फ अमित शाह से प्रतिबंध क्यों हटाया। आयोग ने आजम खां पर से प्रतिबंध क्यों नहीं हटाया। आजम खां ने मुसलमानों के पक्ष में भाषण दिया था, इसलिए आयोग ने उन पर प्रतिबंध लगाया था। मैं भी रोज मुसलमानों के पक्ष में बोल रहा हूं। चुनाव आयोग में दम है तो वह मुझ पर भी प्रतिबंध लगाए। मुसलमानों के हित में बात करना अगर गुनाह है तो मैं हर रोज यह गुनाह करने को तैयार हूं।
लोकसभा की बलिया सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नीरज शेखर के पक्ष में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हिन्दुस्तान में रहने वाले हिन्दू, मुसलमान, सिख, इसाई सभी इस देश के सम्मानित नागरिक है। सभी धर्मों के लोगों को एक समान अधिकार मिले हुए हैं तो फिर मुसलमानों के साथ ही दोयम दर्जे का व्यवहार क्यों होता है। उन्होंने कहा कि सच्चर आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में मुसलमानों की हालत दलितों से भी बदतर है। केंद्र में समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे की सरकार बनने पर मुसलमानों की तरक्की के लिए सच्चर कमेटी की सिफारिशों को तुरंत लागू किया जाएगा। मुसलमानों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जाएगा।
यादव ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा मुसलमानों की दुश्मन हैं। भारतीय जनता पार्टी तो खुलेआम मुसलमानों का विरोध करती है लेकिन कांग्रेस गुपचुप तरीके से मुसलमानों का विरोध करती है। आजादी के बाद देश पर कांग्रेस ने सबसे ज्यादा तकरीबन 55 साल तक शासन किया लेकिन उसने मुसलमानों की भलाई के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस ने मुसलमानों को कभी भी वोट बैंक से ज्यादा नहीं समझा। कांग्रेस चाहती तो वह यूपीए सरकार पर दबाव डालकर सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करवा सकती थी, लेकिन उसने ऐसा कुछ नहीं किया। मुसलमानों की सच्ची हितैषी समाजवादी पार्टी है। समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के हित में बहुत काम किए हैं।
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