नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक अंतर से जीती गुजरात की वडोदरा सीट से इस्तीफा दे दिया और उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट को अपने पास बनाए रखने का फैसला किया। चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश की 80 में से 71 सीट जीतने का बहुत बडा योगदान है। उधर, समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश की आजमगढ सीट को अपने पास बनाए रखते हुए मैनपुरी से इस्तीफा दे दिया है। वह इन दोनों सीट से विजयी हुए थे। नियमों के अनुसार अगर कोई व्यक्ति दो लोकसभा चुनाव क्षेत्र से विजयी होता है तो उसे चुनाव परिणाम घोषित होने के 14 दिन के भीतर उसमें से एक सीट छोडनी होती है। लोकसभा चुनाव परिणामों की घोषणा 16 मई हो गई है और यह मियाद आज समाप्त हो रही है। संसद के सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के इस्तीफे मिल गए हैं और उन पर कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव में 5.7 लाख मतों के रिकार्ड अंतर से वडोदरा सीट जीती थी। इस लोकसभा चुनाव में जीत का यह सबसे बडा अंतर है। भाजपा गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट पर विजयी हुई है। वाराणसी से मोदी ने आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को 3.7 लाख मतों के अंतर से हराया। मोदी को वाराणसी से उम्मीदवार बनाना उनके नजदीकी सहायक और रणनीतिकार अमित शाह का मास्टर स्ट्रोक माना गया है। इससे बने माहौल के चलते उत्तर प्रदेश में भाजपा 80 में से 71 सीटों पर विजयी रही। शाह भाजपा के उत्तरप्रदेश के प्रभारी हैं।
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