पटना। बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बहुमत साबित कर दिया है। हालांकि बहुमत साबित करने से पहले ही बीजेपी के सदस्यों से विधानसभा से वॉक आउट किया। नीतीश के इस्तीफे के बाद जीतन मांझी को जेडीयू की तरफ से मुख्यमंत्री बनाया गया था। आरजेडी ने जेडीयू सरकार को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था। एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे लालू और नीतीश अब साथ आ गए हैं। जिस आरजेडी को 15 साल के कुशासन के लिए जिम्मेवार ठहराते हुए जद यू नेता थकते नहीं थे उसी के साथ दोस्ती कर ली है। इसी तरह चुनाव के दौरान राजद के लालू प्रसाद यादव कहते थे कि उन्हें मालूम होता कि जिस पेड़ को उन्होंने लगाया है वह बबूल निकलेगा तो वह उसमें शुरू में ही गर्म पानी डाल देते। अब वहीं यादव उस बबूल के पेड़ में खाद डाल रहे हैं। प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि जद यू और राजद में दोस्ती तो चुनाव के समय ही हो गई गई जब जद यू के किशनगंज के प्रत्याशी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। उन्होंने कहा कि अब धीरे-धीरे इस दोस्ती पर से पर्दा उठ रहा है। राज्य की जनता के बीच यह खुलासा होना चाहिए कि यह अनैतिक समझौता किस कीमत पर किया गया है।
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।