नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने वाराणसी के निवार्चन अधिकारी को हटाने की भाजपा की मांग पर कार्रवाई करने से मना किया और कहा कि आयोग किसी पार्टी, व्यक्ति या संस्था से डरे बिना अपना काम बिना भेदभाव और ईमानदारी से करता रहेगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त वीएस संपत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आयोग एक संवैधानिक संस्था है और पिछले 63 वर्षों से यह शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराता आया है, जिसकी पूरी दुनिया में प्रशंसा होती है। पार्टियों को ऐसे प्रयास नहीं करने चाहिए, जिससे संवैधानिक संस्था की गरिमा को धक्का लगे।
वाराणसी के बेनियाबाग में रैली की इजाजत नहीं मिलने के कारण भाजपा नेताओं के वाराणसी एवं दिल्ली में धरना-प्रदर्शन के पश्चात आनन-फानन में बुलाए संवाददाता सम्मेलन में संपत ने कहा कि आयोग किसी से डरता नहीं। कहा कि बेनियाबाग की रैली को लेकर आयोग के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है। वाराणसी के निर्वाचन अधिकारी की विश्वसनीयता पर संदेह का कोई कारण नहीं दिखता। संपत ने भाजपा का नाम लिये बिना कहा कि एक पार्टी ने आयोग पर निष्पक्ष ढंग से कार्य नहीं करने का आरोप लगाया है, जिसे वह सिरे से खारिज करते हैं। संवाददाता सम्मेलन में चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्मा और नसीम जैदी भी मौजूद थे। उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से आग्रह किया कि चुनाव प्रचार अभियान के दौरान वे परिपक्वता का परिचय दें तथा कोई ऐसा बयान न दें, जिससे कोई परेशानी बढ़े।
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