नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से राजस्थान के बीजेपी सांसदों में नाराजगी की खबर है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मोदी के शपथ ग्रहण से ठीक पहले राजस्थान के सांसदों के साथ बैठक की और उन्हें भरोसा दिलाया कि उन्हें आगे मौका दिया जाएगा। वसुंधरा के इस आश्वासन के बाद ही वे मोदी के शपथ ग्रहण में जाने को तैयार हुए। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक वसुंधरा राजे खुद भी राजस्थान के किसी सांसद को मोदी कैबिनेट में जगह न दिए जाने से केंद्रीय नेतृत्व से नाराज हैं। मोदी के संभावित मंत्रियों के नाम सामने आने के बाद राजस्थान से चुनकर आए बीजेपी के सभी 25 सांसद मोदी के शपथ ग्रहण में जाने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि जब तक वसुंधरा नहीं कहेंगी, तब तक वे शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे। इसके बाद दिल्ली के बीकानेर हाउस में वसुंधरा राजे की बीजेपी के 25 सांसदों के साथ बैठक हुई। बताया जाता है कि वसुंधरा ने बीजेपी के नाराज सांसदों के भरोसा दिलाया कि उन्हें आगे मौका दिया जाएगा। उन्होंने सांसदों से कहा कि इस समय पार्टी को उनके समर्थन की जरूरत है। सूत्रों के मुताबिक वसुंधरा राजे खुद भी मोदी मंत्रिमंडल में राजस्थान के कुछ सांसदों को भी चाहती थीं। राजस्थान से वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह भी चुनकर आए हैं। बताया जाता है कि वसुंधरा दुष्यंत को भी मोदी कैबिनेट में देखना चाहती थीं, हालांकि उन्होंने खुले तौर यह जाहिर नहीं किया था। इसके अलावा उन्होंने बीजेपी भूपेंद्र यादव, अर्जुन राम मेघवाल और राज्यवर्धन सिंह राठौर के नाम भी आगे बढ़ाए थे। लेकिन इनमें से किसी को भी मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई।
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