नई दिल्ली। बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी अब वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं। इसकी पुष्टि मुख्तार के भाई और कौमी एकता दल के अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने की। गौरतलब है कि एक 2 दिन पहले ही कांग्रेस ने वाराणसी से अजय राय को अपना कैंडिडेट घोषित किया था।
अजय राय के कट्टर विरोधी माने जाने वाले मुख्तार अंसारी ने अब वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी पार्टी वाराणसी से किसी को कैंडिडेट बनाएगी या फिर किसी बड़ी पार्टी को समर्थन देगी। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि अफजाल अंसारी दिल्ली में हैं और केजरीवाल के करीबी लोगों के संपर्क में हैं। माना जा रहा है कि मोदी को हराने के लिए मुख्तार केजरीवाल को समर्थन देने की घोषणा कर सकते हैं। ध्यान रहे कि पहले कौमी एकता दल ने वाराणसी से मुख्तार की पत्नी आशमा को अपना कैंडिडेट घोषित किया गया था। लेकिन, मोदी से मुकाबले को लेकर पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया और बाद में मुख्तार को कैंडिडेट घोषित किया था।
गौरतलब है कि 2009 में मुख्तार बीएसपी के टिकट पर वाराणसी से चुनाव लड़े थे। मुख्तार और बीजेपी के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी के बीच जोरदार मुकाबला हुआ था। जोशी ने मुख्तार को करीब 17 हजार वोटों से हराया था। उस वक्त अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे।
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