बदायू/सम्भल/अमरोहा। सपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बदायूं, सम्भल और अमरोहा में चार जनसभाएं कर सपा के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान की अपील की। उन्होने कहा कि जनता को भाजपा के दुष्प्रचार से गुमराह नहीं होना चाहिए। सपा काम में आगे है और इसकी उपलब्धियों के सामने दूसरे राज्य नहीं टिक पा रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद सपा केन्द्र की सरकार में निर्णायक भूमिका में होगी। अखिलेश यादव ने बदायूं जनपद में कौलिहाई बाजार के मैदान तथा कस्बा विनावर में सपा प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव के पक्ष में तथा सम्भल में कस्बा कैलादेवी में शफीकुर्रहमान बर्क के पक्ष में चुनावी सभाएं की। अमरोहा जनपद में उनकी अंतिम सभा किसान इंटर कालेज का मैदान, बादशाहपुर में हुमेरा अख्तर के लिए मतदाताओं से मतदान की अपील के साथ सम्पन्न हुई।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नरेन्द्र मोदी बेईमान है। वे विकास के नाम पर आए थे अब सांप्रदायिकता पर उतर आए हैं। रैलियों में भीड़ पर तो वे हारे ही विकास पर भी हमसे हारे हैं। अब भाजपा को हराकर धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाना है। उन्होंने कहा जो टीवी पर दिखते हैं, वे जमीन पर नहीं टिकते। भाजपा के पक्ष में झूठा प्रचार चल रहा है। मोदी की कहीं हवा या लहर नहीं है। गुजरात मॉडल का कहीं पता नहीं जबकि उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार के लैपटाप गांव, गली में दिखते हैं, कन्या विद्याधन, एम्बूलेंस सेवा, बेकारी भत्ता की हर तरफ चर्चा है। उन्होंने कहा कि गांवों में शीघ्र ही 16 घंटे बिजली मिलने लगेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती के मुख्यमंत्रित्वकाल में उत्तर प्रदेश में हालात बहुत खराब थे। पत्थर की मूर्तियां लगी जिसमें खुद पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी मूर्तियां भी लगवा दी। समाजवादी पार्टी ने विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है। उन्होने समाजवादी पार्टी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की और कहा कि समाजवादी पार्टी काम में आगे है जबकि भाजपा झूठे प्रचार में आगे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यकों की लड़ाई नेता जी ही लड़ते रहे हैं। मुजफ्फरनगर कांड के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने समाजवादी पार्टी सरकार के राहत कार्यो पर संतोष जताया है और सरकार ने भी कहा है कि जहां जो जरूरत होगी पूरी की जाएगी।
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।