नई दिल्ली। इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के इस बार के मंसूबे बेहद खतरनाक थे। एक साथ कई राज्यों में सिलसिलेवार धमाकों को अंजाम देने की पुख्ता योजना बनाकर आए थे। चुनावी जनसभाएं खासतौर से निशाने पर थीं। ऐसे नेताओं की सूची तैयार हो चुकी थी जिनकी सभाओं में ज्यादा भीड़ जुटती है। इसके पीछे आतंकियों के मंसूबे अधिक से अधिक लोगों को नुकसान पहुंचाने के थे। जिया उर रहमान उर्फ वकास समेत राजस्थान से पकड़े गए चारों आतंकियों के कब्जे से मिले विस्फोटकों की तादाद देखकर सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान हैं। वकास से पूछताछ में आइएम के मौजूदा भारतीय प्रमुख तहसीन अख्तर उर्फ मोनू के संबंध में महत्वपूर्ण सुराग मिला है। जल्द इस मामले में और गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है।
स्पेशल सेल सूत्रों के अनुसार वकास के साथ पकड़े गए मोहम्मद महरूफ, वकार अजहर व साकिब अंसारी के कब्जे से बरामद पेन ड्राइव व अन्य चीजों से उनके मंसूबों का पता चलता है। तहसीन ने वकास को लोकसभा चुनाव में बड़ी वारदात के संकेत दिए थे। चुनावी सभाओं में स्टेज के आसपास बम रखे जाने थे। इसके अलावा जयपुर के कई पर्यटन स्थलों सहित देश के विभिन्न राज्यों में धार्मिक स्थलों की रेकी भी की गई थी। आतंकियों से बरामद सूचनाओं के आधार पर उत्तर प्रदेश समेत महाराष्ट्र पुलिस को भी कुछ इनपुट दिए गए हैं। जिसके बाद दोनों राज्यों में पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है।
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