दिल्ली (विनीत खरे)। भाजपा से निकाले गए साबिर अली ने पार्टी नेता मुख्तार अब्बास नक़वी को चुनौती देते हैं कि वो सोमवार तक भटकल से उनका संबंध जोड़ने के सबूत दें वरना वो उन पर मानहानि का दावा ठोंकेंगे। शनिवार को ही भाजपा ने उनकी सदस्यता निरस्त की है। बीबीसी से बातचीत में साबिर अली ने कहा, "मैं उनको चुनौती देता हूँ कि अगर आपके पास किसी भी तरह का कोई भी सुबूत है तो सामने आ जाओ। अपने घर बुलाओ, मैं आने को तैयार हूँ। आप मेरे घर आ जाओ या तीसरा घर चुन लो। नहीं तो उन पर सोमवार को मानहानि का मुकदमा करने जा रहा हूँ।" नक़वी ने साबिर अली को पार्टी में शामिल किए जाने का विरोध करते हुए एक ट्वीट में कहा था, "आतंकवादी भटकल के दोस्त भाजपा में शामिल हो चुके हैं...जल्द ही दाऊद भी स्वीकार होगा।" साबिर अली ने कहा कि उनके ऊपर किसी तरह का कोई मामला नहीं है तो फिर ऐसे कैसे कोई भी उन पर ये आरोप लगा सकता है।
भाजपा से निकाले जाने के बाद उन्होंने अपने अगले कदम के बारे में कुछ नहीं कहा है, लेकिन उन्होंने कहा, "राजनीति में हूं और रहूंगा।" उन्होंने इस सवाल पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि क्या उनका जेडीयू छोड़ने और भाजपा में जाने का फैसला ग़लत था। इससे पहले पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने साबिर अली की सदस्यता को निरस्त करने का फ़ैसला किया है। रविशंकर ने कहा कि ख़ुद साबिर अली ने पार्टी को एक पत्र लिखकर आग्रह किया कि जब तक उनके ख़िलाफ़ लग रहे आरोप शांत नहीं हो जाते, उनकी सदस्यता को स्थगित रखा जाए। (साभार बीबीसी)
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