धीरज कनोजिया, दिल्ली। लोकसभा चुनाव अभियान की कमान अपने हाथों में लेने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी योजनाओं पर अमल शुरू कर दिया है। 15 लोकसभा सीटों पर सीधे उम्मीदवार चुनने के अपने ऐलान को अमलीजामा पहनाने के तहत राहुल ने 13 सीटों का चयन कर लिया है। अमेरिका की चुनाव प्रणाली की तर्ज पर इन सीटों पर ब्लॉक, जिला और प्रदेश कांग्रेस के सदस्य वोटिंग के जरिये उम्मीदवार को चुनेंगे। इस मतदान प्रक्रिया में संबंधित लोकसभा सीट से आने वाले विधायक भी शामिल होंगे।
13 चयनित सीटों में से उत्तर प्रदेश की वाराणसी और संत कबीर नगर का नाम भी शामिल है। इसके अलावा राजस्थान की झुंझुनू, मध्य प्रदेश की इंदौर, होशंगाबाद, कर्नाटक की उत्तर बंगलूरू, दक्षिण बंगलूरू, हरियाणा की गुड़गांव, असम की गुवाहाटी, महाराष्ट्र की धुले, औरंगाबाद और गुजरात की भावनगर, वडोदरा लोकसभा सीट का नाम है। दो अन्य सीटों का चयन भी जल्द ही कर लिया जाएगा। दरअसल राहुल की इस मुहिम को अमेरिका की चुनाव प्रणाली से प्रेरित माना जा रहा है। अमेरिका में पार्टी के उम्मीदवारों का चयन निचले स्तर से लेकर ऊपरी स्तर पर वोटिंग के आधार पर किया जाता है। साथ ही राहुल के इस कदम को आम आदमी पार्टी (आप) की चयन प्रणाली के संदर्भ में भी देखा जा रहा है। आप ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन प्रणाली के जरिए किया था। इसके तहत कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन आवेदन कर सकता था। हालांकि राहुल ने अपनी चयन प्रणाली में थोड़ा अलग तरीका अपनाया है। उन्होंने पार्टी के उम्मीदवार का चयन ब्लॉक, जिला और प्रदेश कांग्रेस सदस्यों की वोटिंग पर तय करने की रणनीति बनाई है।
राहुल ने अपने इस नए कदम का ऐलान 17 जनवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुई कांग्रेस की राष्ट्रीय बैठक में किया था। मगर उस वक्त सीटों की जानकारी नहीं दी गई थी। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा था कि पार्टी अब टिकट बंटवारे की प्रक्रिया को अंतिम रूप बंद कमरों में बैठकर नहीं देगी। वह पार्टी के दरवाजे आम जनता के लिए खोलना चाहते हैं। इसलिए इस तरह के तरीकों को अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि अगर ये तरीके कामयाब होते हैं तो अगली बार सभी लोकसभा सीटों पर इसी तरह से उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। (साभार)
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