नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों मे 28 सीटें जीतकर न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश के राजनीति की नई दिशा पेश की। लेकिन इस पार्टी के बेहतरीन छवि पर एक बदनुमा दाग लग सकता है क्योंकि सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र से उसके जीते विधायक धर्मेंद्र कोली एक महिला ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है। यह एफआईआर सीमापुरी थाने में दर्ज की गई है, जिसमें उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने कहा कि वह आरोपों की जांच करेगी और जांच सही पाई गई तो विधायक को गिरफ्तार किया जाएगा।
सीमापुरी से जीते आप के विधायक धर्मेंद्र कोली पर रविवार को कांग्रेस नेता वीर सिंह धिंगान की पत्नी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। अपनी शिकायत में उसने कहा कि विधानसभा चुनाव जीतने के बाद निकाली गई विजयी यात्रा के दौरान कोली ने उसके साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की। पूर्व विधायक ने कोली पर घर में घुसकर बदसलूकी और छेड़खानी का आरोप लगाया है। कोली पर छेड़छाड़ के अलावा अन्य धाराएं भी लगाई गई हैं। यही नहीं पूर्व विधायक ने कोली के समर्थकों पर भी आरोप लगाए हैं। सीमापुरी थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद कोली के समर्थकों ने थाने के बाहर हंगामा किया।
मजेदार बात यह है कि जिस सीमापुरी क्षेत्र से धर्मेंद्र कोली को जनता ने विधायक चुना है, उसी क्षेत्र के थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पता चला है कि यह घटना सोमवार की दोपहर 3 बजे की है, जब सीमापुरी इलाके में धर्मेंद्र कोली का विजयी जुलूस निकाला जा रहा था। इस जुलूस के दौरान पूर्व विधायक के समर्थक आमने सामने आ गए और विवाद बढ़ गया।
पूर्व विधायक वीरसिंह ने यहां तक आरोप लगाया है कि कोली के समर्थकों ने घर में बने मंदिर के पास शराब की बोतलें फोड़ी, घर में पटाखों की लड़ फेंकीं। उधर आप पार्टी ने अपने विधायक पर केस दर्ज करने के मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह सब फर्जी है। आप पार्टी ने इसे साजिश का हिस्सा करार दिया है।
मुकदमा दर्ज होने के बाद धर्मेंद्र कोली ने अपनी सफाई में कहा कि केस दर्ज होने की खबर मुझे टीवी चैनलों के माध्यम से ही मिली है। सही बात यह है कि 15 सालों से वीरसिंह सीमापुरी इलाके से विधायक बनते हुए आए हैं लेकिन उन्हें जब मैंने 11 हजार से ज्यादा मतों से हरा दिया तो वह अपनी हार से बौखलाए हुए हैं और मुझ पर इस तरह के फर्जी आरोप लगा रहे हैं।
कोली ने कहा कि यह सही है कि मेरा दोपहर में विजयी जुलूस निकल रहा था, जिसमें करीब ढाई हजार लोग शामिल थे। मैं खुली जीप में बैठा हुआ था और जीप में ही मुझे मालाएं पहनाई जा रही थीं। मैं जीप से उतरा भी नहीं। फिर कैसे यह हो सकता है कि मैं पूर्व विधायक के घर में गया? उन्होंने कहा कि मुझ पर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है। धमेंद्र कोली आरटीआई कार्यकर्ता संतोष कोली के भाई हैं। संतोष कोली अगस्त में एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। (साभार)
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