ऋषिकेश (राम महेश मिश्र)। केंटकी राज्य, अमेरिका के लुईसवेल नगर के मेयर ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती को नगर की चाभी प्रदान कर सम्मानित किया। नगर की शासकीय चाभी प्रदान करना दुर्लभ व विशेष सम्मान माना जाता है। गत वर्ष स्वामी जी को केंटकी राज्य का अधिकारिक कर्नल बताकर राज्य के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया था। यह सम्मान लुईसवेल नगर में आयोजित एक विशेष समारोह में दिया गया, जिसमें स्वामी चिदानन्द सरस्वती मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
लुईसवेल नगर में आयोजित एक समारोह में मेयर ग्रेग फिशर ने कहा कि स्वामी जी का आगमन नगरवासियों के लिए एक उल्लास का मौका है। शहरवासियों को स्वामी जी के सान्निध्य में भारत की आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत होने का अवसर मिलता है। इस अवसर पर उन्होंने स्वामी चिदानन्द सरस्वती को नगर की शासकीय चाभी सौंपते हुए कहा कि उन्हें नगर का सम्मानित नागरिक बनाकर हार्दिक प्रसन्नता होगी। स्वामी जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम के आदर्श में विश्वास रखती है। आज संसार को अधिक लोगों की जरूरत है, जो शांति साझा करें संपूर्ण विश्व में फैलाएँ। उन्होंने कहा कि आज लोग पीस यानि विभाजित अवस्था में रहते हैं न कि शान्ति से। आज विश्व को शांति की जरूरत है। अशान्ति का कारण लोगों का अपनी इच्छा, आशाओं, महात्वाकांक्षाओं की ओर केन्द्रित है, जबकि भारतीय संस्कृति मैं नहीं, आप सिखाती है।
कार्यक्रम में भाग लेते हुए साध्वी भगवती ने भारत में प्राप्त ज्ञान एवं शिक्षा को व्यक्त किया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित भारतीय युवाओं को अपनी संस्कृति से जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में लोगों के पास सब कुछ है, लेकिन वे प्रसन्न नहीं हैं। वे हमेशा और अधिक चाहते हैं, जबकि भारतीय संस्कृति का यह खास पहलू है कि वे लोग, जिनके पास कुछ नहीं है, प्रसन्न हैं, आन्तरिक शान्ति से ओतप्रोत हैं। सम्पत्ति के नाम पर उनके पास कुछ नहीं है। किन्तु उनका सम्बन्ध ईश्वर से एवं उनकी संस्कृति से है। अपनी विरासत एवं संस्कृति के प्रति आपको आश्वस्त होना चाहिए।
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।