चंडीगढ़। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के वरिष्ठ आईएएस अफसर काहन सिंह पन्नू पर हमले की घटना को पंजाब के लोगों व राज्य की अफसरशाही के लिए जागने व आकाली-भाजपा सरकार के गुनाहों को देखने का समय बताया है।
बाजवा ने कहा कि पन्नू पर हमला गहरी साजिश के तहत किया गया। कहा कि इस भ्रष्टाचारी सरकार में ईमानदार अफसरों को या तो इनके साथ चलना होगा या फिर लोगों से अपमान सहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मामले को साजिश समझती है और यह बात पन्नू ने भी मानी है। बाजवा ने कहा कि यह समझना मुश्किल हो रहा है कि एक आम आदमी बिना किसी सियासी हाथ के एक वरिष्ठ अफसर पर जानलेवा हमला करने की हिमाकत कैसे कर सकता है। यह घटना आकाली-भाजपा सरकार के चेहरे पर तमाचा है। सरकार ने आरोपियों को बचाने के लिए पहले मामले को दबाने की कोशिश की। मगर 25 जून को मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की चुप्पी पर सवाल किए जाने के बाद प्रदेश सरकार अपनी साख बचाने को तुली पड़ी है। जबकि उसी दिन पन्नू ने मुख्यमंत्री को घटना संबंधी जानकारी दे दी थी। 24 जून की शाम को हुई कैबिनेट की बैठक में इस मामले पर कार्रवाई संबंधी चर्चा भी नहीं की गई।
बाजवा ने कहा कि हमले के वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड करने वाला तलवंडी साबो से आकाली दल के इंचार्ज बलबीर सिंह सिद्धू का नजदीकी है, जो शिक्षा मलूका की सरपरस्ती में हाल ही में आकाली दल में शामिल हुआ है। मामले की जांच को लेकर देरी ने आकाली-भाजपा सरकार की भूमिका को शक के दायरे में ला दिया है। पन्नू उत्तराखंड अकेले नहीं गए थे, वह पंजाब सरकार की ओर से राहत कार्य का नेतृत्व कर रहे थे। मामले की स्वयं जांच करना सरकार की जिम्मेदारी बनती है।
(अपनी बातों को जन-जन तक पहुंचाने व देश के लोकप्रिय न्यूज साइट पर समाचारों के प्रकाशन के लिए संपर्क करें- Email ID- contact@newsforall.in तथा फोन नं.- +91 9411755202.। अपने आसपास के आंतरिक व बाह्य हलचल को मेल द्वारा हमें बताएं। यदि आप चाहते हैं कि आपका नाम, पता, फोन, इमेल आइडी गोपनीय रखा जाए तो इसका अक्षरशः पालन होगा।)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।