मेरठ। इंडियन पोस्टल सर्विस के एक ऑफिसर के खिलाफ 11वीं क्लास की स्टूडेंट को आइएएस बनाने का सपना दिखाकर रेप करने और एमएमएस बनाकर ब्लैकमेल करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि यह ऑफिसर छात्रा को लेकर होटेलों में जाता था। हालांकि, इस मामले में पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। 22 मई को ब्रहमपुरी में रहने वाली 11 वीं क्लास की स्टूडेंट एसएसपी दीपक कुमार से मिली थी। उसने एसएसपी को बताया कि उसकी मां ने कुछ दिनों तक फूलबाग में रहने वाले इंडियन पोस्टल सर्विस के एक ऑफिसर के यहां काम किया था। यह ऑफिसर दिल्ली के करोल बाग पोस्ट ऑफिस में तैनात था, जिसका हाल ही में चेन्नै ट्रांसफर हुआ है। छात्रा का आरोप था कि इस ऑफिसर ने उसे आईएएस बनाने का झांसा देकर कोचिंग के लिए दिल्ली बुलाया और वहां एक होटेल में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ रेप किया।
छात्रा का आरोप है कि अधिकारी ने उसका विडियो भी बना लिया और उसके सहारे उसे ब्लैकमेल करने लगा। इस विडियो को सर्कुलेट करने की धमकी देकर वह उसे मेरठ और दिल्ली के कई होटेलों में ले गया, जहां उसके साथ रेप किया गया। विरोध करने पर वह उसके साथ मारपीट करता था और जान से मारने की धमकी देता था। एसएसपी ने छात्रा की शिकायत मिलने पर मामले की जांच सीओ ब्रह्मपुरी मनीषा सिंह को सौंप दी। छात्रा के बयान के आधार पर सीओ ने पूरे मामले की जांच की। जांच के दौरान छात्रा ने सीओ को कुछ फोटो और अपने मोबाइल फोन पर रेकॉर्ड ऑडियो क्लिप्स भी दीं। इन क्लिप्स में अधिकारी के साथ बातचीत रेकॉर्ड की गई है। पुलिस ने अधिकारी के ड्राइवर का बयान भी लिया है और छात्रा द्वारा बताए गए होटेलों के रेकॉर्ड भी चेक किए हैं। छानबीन के बाद सीओ ने रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार सीओ की रिपोर्ट में अधिकारी के छात्रा के साथ होटेलों में जाने के सबूत मिले है। एसएसपी के आदेश पर अधिकारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376,420,328 और 506 के तहत महिला थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पुलिस का कहना है कि छात्रा की मेडिकल और जांच रिपोर्ट के बाद ही अधिकारी की गिरफ्तारी की जाएगी। इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। छात्रा के अनुसार एसएसपी के पास जाने से पहले उसने सीओ ब्रह्मपुरी से मिलकर सारा वाकया बताया था, लेकिन कोई ऐक्शन नहीं लिया गया था। अब पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन ऑफिसर को अरेस्ट करने से पहले जांच रिपोर्ट की बात कह रही है। कानूनन इस तरह की शिकायत मिलने पर तुरंत गिरफ्तारी होती है।
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