बागपत (महबूब अली)। अब जिलेभर में सक्रिय 3 हजार बदमाशों की सूची बनाई गई है। जिन पर थाना प्रभारी से लेकर बीट कांस्टेबल तक निगरानी रखेंगे। साथ ही गांवों में फोटो भी चस्पा किए जायेंगे ताकि बदमाशों के बारे में तुरंत पुलिस को सूचना मिल सके। पूरे प्लान की जिम्मेदारी नवनियुक्त सीओ को सौंपी गई है। आए दिन लूट, डकैती, हत्या जैसी वारदाते होना यहां पर आम बात हो गई है। खास बात है कि पुलिस बदमाशों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में एक लाख के इनामी प्रमोद सद्दाम व सुक्रमपाल अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। अब बदमाशों पर अंकुश लगाने के लिए एसपी ने प्लान तैयार किए हैं। इसके तहत थाना वाइज क्षेत्र में सक्रिय बदमाशों की सूची तैयार कराई है, जिनकी गिरफ्तारी का जिम्मा सीओ से लेकर बीट कांस्टेबल तक को सौंपा गया है। पिछले दस साल तक के जिलेभर के 3 हजार सक्रिय बदमाशों को अभी तक चिन्हित किया जा चुका है। बीट कांस्टेबल व थानाध्यक्षों की जिम्मेदारी होंगी कि वे बदमाशों को गिरफ्तार कराएंगे। इसमें ग्राम प्रधानों व ग्रामीणों का भी सहयोग लिया जायेगा। इसके अलावा जल्द ही हिस्ट्रीशीटर बदमाशों का फोटो प्रत्येक गांव में भी चस्पा करा दिया जायेगा ताकि बदमाशों के देखे जाने पर ग्रामीण इसकी सूचना पुलिस को दे सकें। एसपी ने बताया कि पूरे प्लान का इंचार्ज सीओ बागपत रफीक अहमद को बनाया गया है।
एसपी राजू बाबू सिंह ने बताया कि बदमाशों की जमानत कराने वाले तथा उनके मित्रों पर भी पुलिस की नजर रहेगी। देखा जायेगा कि कहीं बदमाश उनसे मिलने के लिए तो नहीं आ रहा है। यदि बदमाशों के साथ ये लोग पाए जाते है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी। एसपी ने बताया कि जिन बदमाशों ने पूर्व में अपराध किए हैं तथा वे फिलहाल सुधर गए हैं। उन्हें भी अब संबंधित थाने पर आकर हाजिरी लगानी होगी ताकि उनके बारे में पुलिस को जानकारी हो सके फिलहाल वे लोग क्या कर रहे हैं। थानों पर न आने वाले के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
एसपी राजू बाबू सिंह ने बताया कि बदमाशों की जमानत कराने वाले तथा उनके मित्रों पर भी पुलिस की नजर रहेगी। देखा जायेगा कि कहीं बदमाश उनसे मिलने के लिए तो नहीं आ रहा है। यदि बदमाशों के साथ ये लोग पाए जाते है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी। एसपी ने बताया कि जिन बदमाशों ने पूर्व में अपराध किए हैं तथा वे फिलहाल सुधर गए हैं। उन्हें भी अब संबंधित थाने पर आकर हाजिरी लगानी होगी ताकि उनके बारे में पुलिस को जानकारी हो सके फिलहाल वे लोग क्या कर रहे हैं। थानों पर न आने वाले के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
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