सीवान। सीवान जंकशन से आ रही लिच्छवी एक्सप्रेस ट्रेन से मनचलों ने छेड़छाड़ का विरोध करने पर एक छात्रा को मैरवा-करछुई की बीच विजयीपुर ढाला के निकट नीचे फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी। मृत छात्रा ज्योति डीएवी पीजी कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष में पढ़ती थी। मैरवा थाना क्षेत्र के गांव छेनीछापर निवासी सुदामा दूबे की पुत्री ज्योति बेहद प्रतिभावान छात्रा थी। अब पीड़ित पिता ने उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।
बताया गया कि 28 मई को दोपहर करीब 12 बजे ज्योति सीवान से मैरवा आने के लिए लिच्छवी ट्रेन में सवार हुई थी। सीवान स्टेशन से ट्रेन अभी पांच किमी दूर ही पहुंची थी कि मनचलों ने उसे छेड़ना शुरू कर दिया। बेहद प्रतिभावान व सभ्य छात्रा होने के नाते जब ज्योति ने संसदीय अंदाज में मनचलों का विरोध करना शुरू किया जो उन्हें नागवार गुजरा। बताते हैं कि गुस्से में मनचलों ने उसे ट्रेन से धक्का दे दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गयी। रेलवे किनारे रह रहे ग्रामीण ने उसके बैग से मिले फोन नंबर से उसके परिजनों को सूचना दी और उसे सदर अस्पताल के लिए लेकर रवाना हो गये। लेकिन, रास्ते में उसकी मौत हो गयी। आसपास के लोगों का कहना है कि ज्योति बेहद सभ्य व सुसंस्कृत छात्रा थी। पिता सुदामा ने न्याय की गुहार लगाते हुए बेटी के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे राष्ट्रपति तक से गुहार लगाएंगे।
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