नई दिल्ली। सरबजीत सिंह का शव भारत पहुंच गया है। विशेष विमान से सरबजीत सिंह का शव अमृतसर लाया गया है। भारतीय अधिकारियों को सौंपने से पहले पाकिस्तान में ही छह डॉक्टरों की एक टीम ने सरबजीत का पोस्टमार्टम किया। पाकिस्तान ने भारत को शव लौटाने का वादा किया था। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी सरबजीत की मौत पर दुख जताया था। उन्होंने सरबजीत की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की थी। इस बीच सरबजीत सिंह का परिवार उनके पैतृक गांव पंजाब के बिखीविंद पहुंच गया है। उनके गांव के अलावा देश के अलग अलग हिस्सों में सरबजीत की मौत के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन भी किया है। जम्मू समेत कई जगहों पर लोगों ने पाकिस्तान का पुतला जलाया। उधर, दलबीर ने मीडिया से पाकिस्तान को भारत की पीठ में छूरा घोंपने वाला कहा। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी पर चुनावी फायदे के लिए सरबजीत की हत्या करवाने का भी आरोप लगाया। इस बीच सरबजीत की मौत की जांच करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सरबजीत पर पाकिस्तान में जासूसी का आरोप था। वो पिछले 22 सालों से पाकिस्तान की जेल में बंद थे। पाकिस्तान का कहना है कि 1990 में हुए बम धमाके में सरबजीत का हाथ था। धमाके में 14 लोग मारे गए थे।
साजिश के तहत हुई हत्या
क्या सरबजीत की हत्या एक साजिश है। क्या सरबजीत को लेकर पाकिस्तान का व्यवहार बेहद अमानवीय था। सरबजीत की बहन दलबीर कौर की माने तो सरबजीत की हत्या में पाकिस्तान सरकार का हाथ है। जरदारी का हाथ हैं क्योंकि चुनाव करीब है। यही नहीं, सरबजीत की बहन ने पाकिस्तान के पूर्व मंत्री और मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी पर भी पैसे मांगने के आरोप लगाए। सरबजीत का परिवार भारत सरकार की नाकाम कोशिशों से भी दुखी है। (इनपुट साभार)
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