ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में 16 मई को इटली से आए एक दल ने श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती ‘मुनि जी महाराज’ से भेंट की। गब्रीऐला लवोरंगा के नेतृत्व में ऋषिकेश पहुंचे नौ सदस्यीय दल ने गंगा एक्शन परिवार-परमार्थ निकेतन के गंगा सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रमों में खासी रुचि ली। दल के सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों में इटली की ओर से सहयोग करने के लिए श्री मुनि महाराज से पेशकश की। इटैलियन ग्रुप के सदस्यों की पेशकश पर विचार करके गंगा एक्शन परिवार द्वारा एक कार्यक्रम बनाया गया, जिसे ‘‘ईस्ट मीट्स वेस्ट एण्ड द रोल ऑफ इनवायरमेन्टल प्रिजर्वेशन, इन्क्लूडिंग रिस्टोरिंग मदर गंगा, इन मेन्टेनिंग वल्र्ड पीस’’ नाम दिया गया है। परमार्थ निकेतन के योग हॉल में इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस अवसर पर नगर पंचायत मुनि की रेती के पूर्व अध्यक्ष मनोज द्विवेदी, साध्वी भगवती सरस्वती, परमार्थ निकेतन के प्रबन्धक राम अनन्त तिवारी, कार्यक्रम निदेशक राम महेश मिश्र के अलावा श्री दैवी सम्पद् अध्यात्म संस्कृत महाविद्यालय के ऋषि कुमार एवं आश्रम के कार्यकर्ता व तीर्थ यात्री बड़ी संख्या में मौजूद थे। उद्घाटन के बाद श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि भारत ने सदैव विश्व भर को अपना कुटुम्ब माना है। वसुधैव कुटुम्बकम यहां का मूल मन्त्र है। उन्होंने इटली से आए दल का ऋषिनगरी की पावन धरती पर स्वागत करते हुए कहा कि गंगा केवल भारत की नहीं बल्कि सम्पूर्ण दुनिया की है और गंगा एवं पर्यावरण की सेवा विश्व के हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इटैलियन दल की ऋषिकेश यात्रा के सुखद परिणाम निकलेंगे। इस अवसर पर गब्रीऐला लवोरंगा एवं विटोरियो रूसो ने भी अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि वह गंगा के सान्निध्य से अभिभूत हैं। इटैलियन दल के सदस्यों ने सायंकालीन गंगा आरती में भी भाग लिया।
ऋषिकेश स्थित परमार्थ में हुआ पूरब एवं पश्चिम का संगम
ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में 16 मई को इटली से आए एक दल ने श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती ‘मुनि जी महाराज’ से भेंट की। गब्रीऐला लवोरंगा के नेतृत्व में ऋषिकेश पहुंचे नौ सदस्यीय दल ने गंगा एक्शन परिवार-परमार्थ निकेतन के गंगा सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रमों में खासी रुचि ली। दल के सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों में इटली की ओर से सहयोग करने के लिए श्री मुनि महाराज से पेशकश की। इटैलियन ग्रुप के सदस्यों की पेशकश पर विचार करके गंगा एक्शन परिवार द्वारा एक कार्यक्रम बनाया गया, जिसे ‘‘ईस्ट मीट्स वेस्ट एण्ड द रोल ऑफ इनवायरमेन्टल प्रिजर्वेशन, इन्क्लूडिंग रिस्टोरिंग मदर गंगा, इन मेन्टेनिंग वल्र्ड पीस’’ नाम दिया गया है। परमार्थ निकेतन के योग हॉल में इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस अवसर पर नगर पंचायत मुनि की रेती के पूर्व अध्यक्ष मनोज द्विवेदी, साध्वी भगवती सरस्वती, परमार्थ निकेतन के प्रबन्धक राम अनन्त तिवारी, कार्यक्रम निदेशक राम महेश मिश्र के अलावा श्री दैवी सम्पद् अध्यात्म संस्कृत महाविद्यालय के ऋषि कुमार एवं आश्रम के कार्यकर्ता व तीर्थ यात्री बड़ी संख्या में मौजूद थे। उद्घाटन के बाद श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि भारत ने सदैव विश्व भर को अपना कुटुम्ब माना है। वसुधैव कुटुम्बकम यहां का मूल मन्त्र है। उन्होंने इटली से आए दल का ऋषिनगरी की पावन धरती पर स्वागत करते हुए कहा कि गंगा केवल भारत की नहीं बल्कि सम्पूर्ण दुनिया की है और गंगा एवं पर्यावरण की सेवा विश्व के हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इटैलियन दल की ऋषिकेश यात्रा के सुखद परिणाम निकलेंगे। इस अवसर पर गब्रीऐला लवोरंगा एवं विटोरियो रूसो ने भी अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि वह गंगा के सान्निध्य से अभिभूत हैं। इटैलियन दल के सदस्यों ने सायंकालीन गंगा आरती में भी भाग लिया।
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