मवाना-मेरठ। विद्युत विभाग में ऑनलाईन बिलिंग व रिडिंग के लिए कार्य कर रहीं कंपनी नगर के तीन हजार उपभोक्ताओं को नहीं खोज पाई। सही पता न मिलने के कारण उपभोक्ताओं को खोजने में कंपनी को पसीना छूट रहा है। थक हारकर कंपनी विद्युत विभाग के पास पहुंची जहां से वह उपभोक्ताओं का डाटा जुटा रही है। विद्युत विभाग में बिलिंग व रिडिंग का कार्य ऑनलाईन किया जाना है, इसके लिए विभाग ने प्राइवेट कंपनी एचसीएल को इसका ठेका दिया हुआ है। ठेके के तहत कंपनी उपभोक्ताओं का भौतिक सत्यापन कर डाटा जुटा रहीं है। लेकिन कंपनी के कर्मचारी नगर में करीब तीन हजार उपभोक्ताओं को नहीं खोज पाई। इतनी बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं के गायब होने पर विद्युत विभाग भी सकते में आ गया। जिन उपभोक्ताओं को कंपनी के कर्मचारी नहीं खोज पाए वहीं उपभोक्ता बिजली विभाग को प्रत्येक माह बिजली का बिल अदा करते पाए गए।
एसडीओ एके वर्मा ने बताया कि प्राइवेट कंपनी के लोग बिना स्थानीय बिजली कर्मचारियों के ही उपभोक्ताओं का सत्यापन कर रहे थे। बाहर के लोगों को नगर की भौगोलिक स्थिति का ज्ञान नहीं है। इस कारण कंपनी के लोग उपभोक्ताओं को नहीं खोज पाए। जिन उपभोक्ताओं को कंपनी के कर्मचारी गायब बता रहें है उनमें से ज्यादातर उपभोक्ता बीते 16 माह से अपना बिजली का बिल लगातार जमा करते आ रहें है। अब कंपनी के कर्मचारी स्थानीय बिजली कर्मचारियों की सहायता ले रहें है।
ज्यादा बिल वाले उपभोक्ता हैं गायब
एसडीओ ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं पर ज्यादा बिल बकाया है उनमें से कुछ उपभोक्ता गायब है। ऐसे उपभोक्ताओं को तलाश किया जा रहा है।
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