नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के प्रबंधन की कमान युवा कंधों पर सौंप दी है। जिन केंद्रीय मंत्रियों या नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ना है, उन्हें पद मुक्त कर नए चेहरों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का प्रभारी और संयोजक बनाया गया है। इनमें ज्यादातर युवा हैं। युवक कांग्रेस के लोगों को आगे लाकर भविष्य की दूसरी पांत भी खड़ी करने की कोशिश की गई है। लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के 31 जिलाध्यक्षों की पहली सूची भी जारी कर दी है।
कांग्रेस महासचिव व मीडिया विभाग के अध्यक्ष जनार्दन द्विवेदी ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने छह जोनल प्रभारियों और समन्वयकों के साथ 31 जिलाध्यक्षों के नामों पर मुहर लगा दी है। लंबे विचार-विमर्श और खासी मशक्कत के बाद राहुल ने जोनल प्रभारियों और समन्वयकों में पार्टी का नया चेहरा दिखाने की कोशिश की है। आठ प्रभारी और आठ समन्वयकों में तीन नेता बुजुर्ग हैं, बाकी युवा हैं। जिम्मेदारी देने में खांटी कांग्रेसी नेताओं को ही तरजीह दी गई है। क्षेत्र के प्रभारी और समन्वयकों की जोड़ी एक साथ जारी की गई है और जातीय संतुलन का खासा ध्यान रखा गया है। विधायक पंकज मलिक, पूर्व मंत्री दीपक कुमार, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, दिग्विजय सिंह, विधायक ललितेशपति त्रिपाठी, भगवती चौधरी, विधायक संजय कपूर और विधायक डॉ मुसलिम आठ विभिन्न क्षेत्रों के प्रभारी हैं। वीरेंद्र सिंह गुड्डू, दिलनवाज, बंसीधर राज, असलम रैनी, चंद्र शेखर सिंह, वीरेंद्र चौधरी, फूलवती सैनी और योगेश दीक्षित समन्वयक बनाए गए हैं। इनमें से कई नेताओं ने युवक कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष पद से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था।
इससे पहले आरपीएन सिंह, प्रदीप जैन और जितिन प्रसाद समेत आठ लोगों को जोनल प्रभारी बनाया गया था। लेकिन, ये लोग अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर नहीं निकल पाते थे। उन्होंने चुनाव न लड़ने वाले लोगों को यह जिम्मेदारी सौंपने की पैरवी की थी। आठों जोन के पदाधिकारियों की शिकायतों और इन नेताओं की संस्तुति के बाद राहुल ने नए लोगों को यह जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के जोनल में पहले भी बदलाव किया था। राहुल गांधी का मानना था कि जोनल चीफ को जनता के बीच जाकर काम करना चाहिए। लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे थे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जोनल चीफ के काम काज से खुश नहीं थे। जिससे राहुल गांधी ने आठ जोनल चीफ सहित कुछ जिलाध्यक्ष को भी हटा दिया है। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव की तैयारी के ध्यान में रखते हुए यह बदलाव किया है। गौरतबल है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कोई खास सफलता हासिल नहीं कर पाई थी। (साभार)
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