गांधीनगर, एनएफए। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने कहा है कि गुजरात में सरकारी स्वामित्व वाले उद्यमों ने बड़े उद्योग समूहों को अनुचित लाभ पहुंचाया जिसके कारण सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। विपक्ष के हमले से बचने के लिए सरकार ने इस रिपोर्ट को सत्र के आखिरी दिन विधानसभा में पेश किया। गुजरात विधानसभा में 31 मार्च 2012 को समाप्त हुए वित्त वर्ष की कैग रिपोर्ट को आज पेश किया गया। कैग की रिपोर्ट में ब्योरा दिया गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज, एस्सार लिमिटेड और अदानी पावर लिमिटेड को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। इसमें इस बात को भी उजागर किया गया है कि सरकार ने फोर्ड इंडिया प्रा. लि. व लार्सन एंड टूर्बो लि. को जमीन मुहैया कराने के मामले में नियमों से छेड़छाड़ की। सरकार के प्रवक्ता नितिन पटेल ने जवाब दिया कि गुजरात सरकार ने किसी भी प्रकार का गलत काम नहीं किया है। सीएजी की रिपोर्ट सिर्फ कुछ बातों का संकेत ही देती है। यह सब रिपोर्ट पीएसी के सामने रखी जाएगी। अगर उसमें कोई गलत निकले तो विपक्ष हंगामा मचाए। उधर, अब सवाल यह उठ रहा है कि अन्ना हजारे, अरविंद केजरीवाल और किरण बेदी अब क्यों नहीं मोदी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। (साभार)
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