आशुतोष कुमार मिश्र, गोरखपुर। अबकी समाजवादी पार्टी के नियंता खासे उत्साह में हैं। उत्साह की बुनियाद में है आगामी लोक सभा चुनाव। तब बसपा की सूबे में सरकार थी और गोरखपुर बस्ती मंडल की चार सीटो पर पार्टी का झंडा लहराया था। सपा उसी समीकरण के जरिए मिशन 2014 फतह करना चाह रही है। मगर उसकी राह में दल के ताकतवर ही कांटे बिछा रहे हैं।
केंद्र की सरकार में सपा की मुख्तारी करने वाले पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के सुर के इन दिनों कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। फिर से तीसरे मोर्चे की कवायद करने वाले सपा मुखिया की रणनीति की हवा गोरखपुर-बस्ती मंडल के टिकट तय करने में निकलती नजर आ रही है। बासंगांव, देवरिया, पड़रौना, सलेमपुर क्षेत्र से पार्टी का कौन चेहरा मिशन 2014 में पार्टी की नाव किनारे लगाएगा, यह तय नहीं हो पाया जा रहा है। जिससे कार्यकर्ता और मतदाता उहापोह में हैं।
गोरखपुर जनपद की बांसगांव सीट पर पूर्व विधायक शारदा देवी, संजय पहलवान और जीके पासवान के बीच चुनावी नियंता फंसे हुए हैं। देवरिया सीट पर पार्टी के महासचिव सांसद मोहन सिंह की बेटी कनकलता सिंह, राज्य सरकार के ताकतवर मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, पूर्व आइएएस रमेंद्र त्रिपाठी, पूर्व विधायक डा.पीके राय के बीच फंसा हुआ है। सलेमपुर सीट पर भी पूर्व सांसद हरिकेवल प्रसाद के बेटे रविंद्र कुशवाहा, पूर्व विधायक सुरेश यादव के बेटे और सयुस के राष्ट्रीय महासचिव ओमप्रकाश यादव, पूर्व मंत्री शारदा नंद अंचल के बेटे और बलिया के कई कद्दावरों की वजह से फाइनल नहीं हो पा रहा है। पड़रौना सीट पर भी टिकट पूर्व सांसद बालेश्वर यादव, जिलाध्यक्ष रामअवध यादव, पूर्व विधायक डा.पीके राय, मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी और क्षेत्र के कुछ विधायकों की दावेदारी में अटका हुआ है।
केंद्र की सरकार में सपा की मुख्तारी करने वाले पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के सुर के इन दिनों कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। फिर से तीसरे मोर्चे की कवायद करने वाले सपा मुखिया की रणनीति की हवा गोरखपुर-बस्ती मंडल के टिकट तय करने में निकलती नजर आ रही है। बासंगांव, देवरिया, पड़रौना, सलेमपुर क्षेत्र से पार्टी का कौन चेहरा मिशन 2014 में पार्टी की नाव किनारे लगाएगा, यह तय नहीं हो पाया जा रहा है। जिससे कार्यकर्ता और मतदाता उहापोह में हैं।
गोरखपुर जनपद की बांसगांव सीट पर पूर्व विधायक शारदा देवी, संजय पहलवान और जीके पासवान के बीच चुनावी नियंता फंसे हुए हैं। देवरिया सीट पर पार्टी के महासचिव सांसद मोहन सिंह की बेटी कनकलता सिंह, राज्य सरकार के ताकतवर मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, पूर्व आइएएस रमेंद्र त्रिपाठी, पूर्व विधायक डा.पीके राय के बीच फंसा हुआ है। सलेमपुर सीट पर भी पूर्व सांसद हरिकेवल प्रसाद के बेटे रविंद्र कुशवाहा, पूर्व विधायक सुरेश यादव के बेटे और सयुस के राष्ट्रीय महासचिव ओमप्रकाश यादव, पूर्व मंत्री शारदा नंद अंचल के बेटे और बलिया के कई कद्दावरों की वजह से फाइनल नहीं हो पा रहा है। पड़रौना सीट पर भी टिकट पूर्व सांसद बालेश्वर यादव, जिलाध्यक्ष रामअवध यादव, पूर्व विधायक डा.पीके राय, मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी और क्षेत्र के कुछ विधायकों की दावेदारी में अटका हुआ है।
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