गोरखपुर। आतंकवाद को वोट बैंक से जोड़ना घोर राष्ट्रीय अपराध है। समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार आतंकी घटनाओं में लिप्त आतंकवादियों के मुकदमें को वापस लेकर उत्तर प्रदेश की 21 करोड़ जनता की सुरक्षा के साथ सीधे-सीधे खिलवाड़ कर रही है। सुरक्षा के साथ यह खिलवाड़ किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नही होगा। उक्त प्रतिक्रिया गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी एवं गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ जी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गोरखपुर सीरियल ब्लास्ट के अभियुक्त के मुकदमें को वापस लेने के निर्णय पर व्यक्त किए। उन्होनें कहा कि गोरखपुर की जनता 22 मई 2007 को हुये गोरखपुर सीरियल ब्लास्ट की घटना को कभी भूल नही सकती। समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त तत्वों ने भरे बाजार में गोरखपुर के हृदय स्थल गोलघर में 3 स्थानों पर टिफिन बम का इस्तेमाल करके व्यापक जनधन की हानि करने की साजिश रची थी। यद्यपि आतंकवादी अपने उद्देश्यों में सफल नही हो पाये लेकिन आधा दर्जन से अधिक निर्दोष नागरिक इस घटना में गम्भीर रूप घायल हो गये। यह अत्यन्त शर्मनाक है कि जिस सरकार के ऊपर प्रदेश की 21 करोड़ जनता की सुरक्षा का उत्तरदायित्व है वह इन आतंकवादियों की पैरवी करके सुरक्षा के साथ सीधे-सीधे खिलवाड़ कर रही है। यह स्थिति कानून व्यवस्था के लिये अत्यन्त खतरनाक है। उत्तर प्रदेश सरकार का यह कृत्य अक्षम्य है। जिन आतंकवादियों के मुकदमें को वापस लेने का निर्देश उत्तर प्रदेश शासन दे रही है उनकी संलिप्तता गोरखपुर सीरियल ब्लास्त में ही नही अपितु लखनऊ, वाराणसी तथा फैजाबाद की कचहरी में हुये विस्फोट में भी पायी गयी है जो इण्डियन मुजाहिद्दीन और हुजी से जुड़े आतंकी है। उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएस ने गोरखपुर सीरियल ब्लास्ट के एक प्रमुख अभियुक्त तारिक काजमी को दिसम्बर 2007 में बाराबंकी स्टेशन के पास खतरनाक विस्फोटक आरडीएक्स और अन्य खतरनाक हथियारों व हुजी से जुड़े आतंकवादी खालिद मुजाहीद के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस सम्बन्ध में सभी सामाजिक-सांस्कृतिक-व्यापारिक-राष्ट्रवादी संगठनों एवं प्रबुद्ध जनों की एक आवश्यक बैठक 27 अप्रैल,2013 को सायं 4.00 बजे हिन्दु सेवाश्रम में होगी और आगामी आन्दोलन की रणनीति तय की जायेगी।
- Blogger Comments
- Facebook Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment
आपकी प्रतिक्रियाएँ क्रांति की पहल हैं, इसलिए अपनी प्रतिक्रियाएँ ज़रूर व्यक्त करें।